राजधानी जयपुर में राहत की खबर आई है। नगर निगम दक्षिण क्षेत्र की ठेका फर्म के कर्मचारी मंगलवार सुबह सात दिन बाद फिर से घर-घर से कचरा संग्रहण के काम पर लौट आए। दिवाली से पहले वेतन और बोनस न मिलने के कारण ये कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे, जिससे शहर के कई इलाकों में सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई थी।
सात दिन तक नहीं हुआ कचरा उठावहड़ताल के चलते निगम दक्षिण के 80 में से 50 वार्डों में कचरा उठाव का काम पूरी तरह ठप पड़ गया था। इन इलाकों में जगह-जगह कचरे के ढेर लग गए थे। सड़कों और गलियों में फैली गंदगी से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई कॉलोनियों में तो दुर्गंध फैलने से लोग मास्क लगाकर निकलने को मजबूर हो गए थे।
स्थानीय निवासियों ने निगम प्रशासन से कई बार शिकायत की, लेकिन हड़ताल जारी रहने के कारण सफाई कार्य शुरू नहीं हो सका। आखिरकार, प्रशासन और ठेका फर्म के प्रतिनिधियों के बीच सोमवार देर रात समझौता हुआ, जिसके बाद मंगलवार सुबह से सफाईकर्मी काम पर लौट आए।
बोनस और वेतन को लेकर थी नाराजगीकर्मचारियों का कहना था कि दिवाली से पहले वेतन और बोनस का भुगतान नहीं किया गया, जबकि वे हर साल त्योहार से पहले यह राशि पाते आए हैं। इस बार ठेका कंपनी ने भुगतान में देरी की, जिसके विरोध में सफाईकर्मियों ने काम बंद कर दिया।
एक कर्मचारी ने बताया, “हम लगातार काम करते हैं, त्योहार पर परिवार को खुश करने के लिए बोनस की उम्मीद रहती है, लेकिन इस बार हमें कुछ नहीं मिला। मजबूरी में हड़ताल करनी पड़ी।”
प्रशासन की पहल से बनी बातनगर निगम दक्षिण की आयुक्त ने बताया कि कर्मचारियों की मांगों पर विचार किया गया है। ठेका फर्म को निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द सभी कर्मचारियों का वेतन और बोनस जारी किया जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में इस तरह की स्थिति दोबारा न बने।
आयुक्त ने कहा — “सफाई व्यवस्था शहर की प्राथमिक आवश्यकता है। हमें खुशी है कि कर्मचारी समझौते के बाद अपने कर्तव्य पर लौट आए हैं। मंगलवार सुबह से सभी वार्डों में कचरा संग्रहण की प्रक्रिया फिर से शुरू हो गई है।”
राहत की सांस ले रहे नागरिककाम पर लौटते ही कचरा वाहन सुबह-सुबह कॉलोनियों में नजर आने लगे। लोगों ने राहत की सांस ली और सफाईकर्मियों का स्वागत किया। कई जगहों पर नागरिकों ने कर्मचारियों को मिठाई और चाय-पानी भी दिया।
नगर निगम प्रशासन ने दावा किया है कि अगले 24 घंटे में सभी प्रभावित वार्डों से कचरा पूरी तरह साफ कर दिया जाएगा।
चेतावनी भी दीवहीं, निगम प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि शहर की सफाई व्यवस्था में बाधा डालने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। “अगर भविष्य में हड़ताल के कारण सार्वजनिक सेवा प्रभावित होती है, तो अनुबंधित फर्मों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी,” अधिकारी ने कहा।
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