राजस्थान सरकार 2500 दिव्यांग युवाओं को मुफ्त स्कूटी देगी। भजनलाल सरकार ने बजट में युवाओं को स्कूटी देने की घोषणा की थी। इसलिए अब सरकार ने ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। मुफ्त स्कूटी योजना के तहत पात्र युवाओं के लिए निम्नलिखित शर्तें हैं। दिव्यांग युवा किसी सरकारी या मान्यता प्राप्त कॉलेज में नियमित रूप से अध्ययनरत हों या किसी तरह के रोजगार में लगे हों। साथ ही, जो चलने में असमर्थ हैं, उन्हें इस योजना में पात्र माना जाएगा।
आवेदन की अंतिम तिथि 15 मई
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक अनिल व्यास ने बताया कि इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी। इसके लिए इच्छुक आवेदक www.sso.rajasthan.gov.in पोर्टल पर "SIMS DSAP" के माध्यम से 15 मई तक आवेदन कर सकते हैं।
मुफ्त स्कूटी योजना: पात्रता की मुख्य शर्तें
1- आय प्रमाण पत्र
2- यदि आवेदक विशेष दिव्यांग पेंशन प्राप्त कर रहा है, तो उसे आय प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं होगी। उसे केवल पीपीओ की प्रति संलग्न करनी होगी।
3- यदि पेंशन नहीं मिल रही है तो परिवार की वार्षिक आय 2 लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए। आय प्रमाण पत्र आवेदन की तिथि से 6 माह से अधिक पुराना नहीं होना चाहिए।
4- विकलांगता प्रमाण पत्र।
5- मेडिकल बोर्ड द्वारा जारी 40 प्रतिशत या इससे अधिक की लोकोमोटर विकलांगता का प्रमाण पत्र अनिवार्य है।
निशुल्क स्कूटी योजना: ये दस्तावेज हैं जरूरी
1- मूल निवास प्रमाण पत्र।
2- आधार कार्ड और जनाधार कार्ड।
3- आयु प्रमाण पत्र (10वीं की मार्कशीट, जन्म प्रमाण पत्र आदि)।
4- अध्ययनरत या रोजगार प्रमाण पत्र।
5- अपनी विकलांगता को दर्शाता फोटो।
6- ड्राइविंग लाइसेंस की स्व-प्रमाणित प्रति।
निशुल्क स्कूटी योजना: ऐसे करें आवेदन
1- सभी दस्तावेजों को पहले जनाधार कार्ड में अपडेट कराना होगा।
2- उसके बाद ही ऑनलाइन आवेदन मान्य होंगे।
3- किसी भी ई-मित्र केंद्र या वेब पोर्टल से आवेदन किया जा सकता है। 4- आवेदन में यदि कोई त्रुटि हो तो उसे अंतिम तिथि से 15 दिन के भीतर संशोधित किया जा सकेगा।
You may also like
पलामू में पत्नी और बच्ची की हत्या का मामला, आरोपी फरार
IPL 2025: MI से हार के बाद टूट गए थे इशान किशन, हार्दिक पांड्या ने दिया सहारा
मुंबई में 20 वर्षीय लड़की के साथ दुष्कर्म का मामला, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
भारतमाला हाईवे पर तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा ऊंटों का काफिला, नौ की मौत
महिला पर से गुज़री ट्रेन: चमत्कारिक बचाव की कहानी