भारत के सबसे डरावने किलों में से एक भानगढ़ किला राजस्थान के अलवर जिले में स्थित है, जो अपनी रहस्यमयी और भूतिया घटनाओं के लिए मशहूर है। किले के बारे में कई किस्से सुनने को मिलते हैं, जो लोगों को हैरान कर देते हैं। भानगढ़ किला न केवल अपनी ऐतिहासिक वास्तुकला के लिए मशहूर है, बल्कि यहां होने वाली अजीबोगरीब और डरावनी घटनाओं की वजह से यह जगह स्थानीय और विदेशी पर्यटकों के बीच भी काफी लोकप्रिय है। इस किले से कई कहानियां जुड़ी हुई हैं, जिनमें से एक है झांसी की रानी के साथ हुई डरावनी घटनाएं।
भानगढ़ किले का इतिहास और खौफनाक घटनाएं
भानगढ़ किले का निर्माण 16वीं शताब्दी में राजा माधो सिंह ने करवाया था। यह किला ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है, लेकिन यह अपनी रहस्यमयी घटनाओं के लिए ज्यादा मशहूर है। कहा जाता है कि इस किले में रानी सुमेधा नाम की राजकुमारी की आत्मा रहती है, जो आज भी अपने पुराने महल में बुरी आत्माओं से जूझती है। स्थानीय लोगों का मानना है कि रात के समय इस किले के अंदर कुछ असामान्य घटनाएं होती हैं, जिनका कोई स्पष्ट कारण नहीं होता। झांसी की रानी क्रू द्वारा किले का दौरा
एक बार की बात है, झांसी की रानी क्रू और उनकी विशेष क्रू टीम ने भानगढ़ किले का दौरा किया। यह घटना 2008 में हुई जब रानी क्रू और उनकी टीम किले के ऐतिहासिक दौरे पर जा रही थी। टीम किले की संरचना और इतिहास की गहराई से जांच करने आई थी, लेकिन उन्होंने जो अनुभव किया वह बहुत ही डरावना और चौंकाने वाला था।जैसे ही क्रू ने किले में प्रवेश किया, उन्हें अचानक एक अजीब सी ठंडी हवा का अहसास हुआ। रानी क्रू की टीम के कुछ लोग जो पहले से ही भूत-प्रेत और रहस्यमयी घटनाओं के बारे में जानते थे, उन्हें तुरंत एहसास हुआ कि कुछ ठीक नहीं है। जैसे ही वे किले में दाखिल हुए, उनके कैमरे का फोकस अपने आप बदलने लगा और वीडियो रिकॉर्डिंग की गुणवत्ता कम होने लगी। यह पहली घटना थी जिसने इस यात्रा को डरावना बना दिया।
डरावनी घटनाएं और टीम के अनुभव
जैसे ही वे किले में दाखिल हुए, क्रू को कई अजीबोगरीब आवाजें सुनाई दीं। शुरू में तो ये आवाजें दूर से आती हुई लग रही थीं, लेकिन जैसे-जैसे वे अंदर गए, ये आवाजें करीब आती गईं। टीम को ऐसा लगा जैसे कोई उनके आस-पास है, लेकिन जब उन्होंने इधर-उधर देखा तो वहां कोई नहीं था। एक खास कमरे में टीम को ऐसा लगा जैसे किसी ने उनके सिर के ऊपर से हवा को तेजी से उड़ा दिया हो। यह घटना इतनी डरावनी थी कि कुछ सदस्य कमरे से बाहर भागे और उन्हें बाहर जाने का मन हुआ।
टीम की सदस्य कृतिका ने यहां तक कहा कि उन्हें हर जगह एक अजीब चेहरा दिखाई दे रहा था। हालांकि उन्हें कोई दिखाई नहीं दे रहा था, फिर भी वह लगातार उन चेहरों को महसूस कर रही थीं। जैसे-जैसे वे किले के अंधेरे हिस्सों में गए, उन्हें अजीबोगरीब आवाजें और हरकतें सुनाई देने लगीं, जो अप्राकृतिक थीं। कृतिका ने यह भी दावा किया कि उन्हें ऐसा लगा जैसे किसी ने उनके कंधे पर हाथ रखा हो, लेकिन जब उन्होंने पीछे मुड़कर देखा तो वहां कोई नहीं था।
किले के अंदर की भूतिया घटनाएं
भानगढ़ किले से जुड़ी कई रहस्यमयी घटनाएं हैं। एक अन्य घटना में क्रू के कुछ सदस्य एक कमरे में चढ़ गए और कुछ ही सेकंड में उनका पूरा कैमरा सिस्टम बंद हो गया। भले ही उपकरण बिल्कुल ठीक था। ऐसा माना जाता है कि किले के अंदर रहस्यमयी शक्तियां हैं, जो लोगों के साथ छल करती हैं। इन घटनाओं से साफ पता चलता है कि यह किला किसी अज्ञात शक्ति से जुड़ा हुआ है।
लोगों की मान्यताएँ और चेतावनियाँ
किले के स्थानीय लोगों का मानना है कि भानगढ़ किले में रात के समय भूत-प्रेत जैसी घटनाएँ होती हैं। कुछ लोगों का दावा है कि उन्होंने रात में किले से बाहर जाती एक महिला की आवाज़ सुनी थी, जबकि वहाँ कोई नहीं था। रात में वहाँ किसी के होने की बात तो दूर, किले के अंदर स्थित खंडहरों में दिन में भी कुछ अजीबोगरीब घटनाएँ होती रहती हैं। इसी वजह से यह जगह 'भूतिया' और 'डरावनी' के तौर पर मशहूर हो गई है।
सुरक्षा और पर्यटन
भारत सरकार ने किले को रात में पर्यटकों के लिए बंद कर दिया है और दिन में किले के अंदरूनी हिस्सों में घूमने की अनुमति है। किले में घूमने के दौरान पर्यटकों को अक्सर कैमरे में खराबी और अजीबोगरीब घटनाओं का सामना करना पड़ता है, जो भानगढ़ किले को और भी रहस्यमय बना देता है।
You may also like
संजौली मस्जिद मामला : आठ मई से पहले आएगा अंतिम फैसला, वक्फ बोर्ड को तीन मई तक दस्तावेज पेश करने के निर्देश
अंदरूनी कलह और गुटबाज़ी से जूझ रही हिमाचल भाजपा: अजय सोलंकी
नेशनल हेराल्ड विवाद को लेकर भाजयुमो का प्रदर्शन
गुप्त वृन्दावन धाम में इंटरनेशनल गीता ओलंपियाड का होगा भव्य आयोजन
सिरसा: पुलिस ने चूरापोस्त से लदे कंटेनर को पकड़ा, चालक गिरफ्तार