एक व्यक्ति स्ट्रेचर पर किसी को लेकर अस्पताल में प्रवेश कर रहा था, जब स्टाफ ने उससे पूछा कि क्या हुआ। उसने बताया कि सड़क पर एक व्यक्ति घायल पड़ा था। स्टाफ ने कहा कि उसे गहरी चोटें आई हैं और इलाज के लिए एक लाख रुपये जमा करने होंगे। उस व्यक्ति ने कहा कि वह घायल को नहीं जानता, लेकिन मानवता के नाते उसे अस्पताल लाया है।
उसने डॉक्टर से गुहार लगाई कि इलाज तुरंत शुरू किया जाए, लेकिन डॉक्टर ने कहा कि यह प्राइवेट अस्पताल है और पहले पैसे जमा करने होंगे। डॉक्टर ने बताया कि उन्होंने विदेश में पढ़ाई की है और अस्पताल में मशीनरी लगाने में काफी खर्च हुआ है।
जब वह व्यक्ति पैसे निकालने लगा, तो डॉक्टर ने उसे ओटीपी में ले जाने का इशारा किया। ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने देखा कि मरीज कोई और नहीं, बल्कि उसके अपने पिता हैं। इस पर डॉक्टर ने उस व्यक्ति से माफी मांगी और कहा कि उसने मानवता का असली पाठ सीखा है।
You may also like

ट्रंप ने चीन पर 'फ़ेंटानिल टैरिफ़' कम किया, रेयर अर्थ का मामला भी सुलझाने का दावा

Som Pradosh Vrat: शिवभक्तों के लिए 3 नवंबर का दिन खास, इस दिन सोम प्रदोष व्रत में बन रहा खास संयोग, मिलेगा विशेष लाभ

सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर एक नवंबर से 15 नवंबर तक 'भारत पर्व' का आयोजन होगा: गृह मंत्री अमित शाह

फिर हुई फिलिप ह्यूज जैसी घटना, ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर की गेंद लगने के कारण हुई मौत

कन्फर्म हो गई खतरनाक गैंगस्टर निलेश घायवल की लोकेशन, लंदन में बेटे संग मना रहा है छुट्टियां




