ब्रह्मपुर में एक अनोखी शादी की घटना सामने आई है, जहां दूल्हा नरेश प्रस्का ने अपनी बारात के साथ 28 किलोमीटर पैदल चलकर दुल्हन के घर पहुंचा। ओडिशा के रायगड़ा जिले में ड्राइवरों की हड़ताल के कारण दूल्हे को कोई वाहन नहीं मिला, जिससे यह स्थिति उत्पन्न हुई। बिना ढोल-नगाड़े और रोशनी के, यह बारात एक तीर्थयात्रा की तरह लग रही थी।
दूल्हे ने चार एसयूवी का इंतजाम किया था, लेकिन हड़ताल के कारण उनकी योजना विफल हो गई। नरेश ने बताया, "हमने आवश्यक सामान टू-व्हीलर्स से भेजा और लगभग 30 परिवार के सदस्यों ने पैदल चलने का निर्णय लिया। यह यात्रा लंबी थी, लेकिन यादगार भी।"
पार्थीगुड़ा गांव में जब दूल्हा बारात लेकर पहुंचा, तो दुल्हन के परिवार ने खुशी से उनका स्वागत किया। शादी की रस्में शुक्रवार सुबह शुरू हुईं और दोपहर तक पूरी हो गईं।
शादी के बाद खाने का आयोजन किया गया, जो आमतौर पर रात को होता है, लेकिन इस बार यह दोपहर का भोजन बना। दूल्हे के दोस्त सुंदर प्रस्का ने कहा कि दूल्हा तब तक दुल्हन को घर नहीं ले जाएगा जब तक हड़ताल खत्म नहीं होती।
दुल्हन के चाचा ने कहा, "हम आदिवासी हैं और लंबी यात्राओं के आदी हैं। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में वाहनों का उपयोग बढ़ गया है।"