छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में हाल ही में हुए एक एनकाउंटर ने नक्सलियों को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। माओवादी संगठन की पश्चिम बस्तर डिवीजन को इस मुठभेड़ में तगड़ा झटका लगा है। रविवार को हुई इस मुठभेड़ में 31 नक्सलियों को मार गिराया गया, जिनमें से एक नक्सली पिछले महीने सुरक्षाबलों के वाहन पर हुए विस्फोट का मास्टरमाइंड था। पुलिस अधिकारियों ने इस घटना की जानकारी दी।
पिछले महीने हुए विस्फोट में सुरक्षाबलों के आठ जवान और एक वाहन चालक की जान गई थी। 9 फरवरी को इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया, जिनमें 11 महिलाएं भी शामिल थीं। इस दौरान दो सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए और दो अन्य घायल हुए।
पुलिस ने बताया कि मारे गए नक्सलियों में से 28 की पहचान हो चुकी है, जिन पर कुल 1.10 करोड़ रुपये का इनाम है। बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने कहा कि मारे गए माओवादियों में से एक, हुंगा कर्मा, पश्चिम बस्तर डिवीजन का सचिव था और उसके सिर पर आठ लाख रुपये का इनाम था।
हुंगा कर्मा ने बीजापुर में चार बड़ी घटनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसमें रानीबोदली कैम्प पर हमला भी शामिल है, जिसमें 56 जवान शहीद हुए थे। इसके अलावा, 2006 में मुरकीनार पर कैम्प अटैक और 2013 में नरुकनपाल में सीआरपीएफ की गश्ती टुकड़ी पर हमले में भी उसका नाम आया है।
पुलिस ने यह भी बताया कि 2025 में अब तक 18 हथियार बरामद किए गए हैं, जिनमें से 07 की पहचान हो चुकी है। छत्तीसगढ़ राज्य नक्सल प्रभावित राज्यों में सबसे सफल रहा है, जहां इस साल की शुरुआत में इतना बड़ा एनकाउंटर नहीं हुआ। महज डेढ़ महीने में 65 नक्सलियों को मारा गया है। बस्तर आईजी ने माओवादियों से फिर से सरेंडर करने की अपील की है, अन्यथा परिणाम बुरे होंगे।
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