धौलपुर के सुधीर यादव और उसके डॉक्टर मित्र आनंद सोनी ने टेलीग्राम ऐप का इस्तेमाल करते हुए एक अनोखी ठगी की योजना बनाई। दोनों ने इस ऐप पर लोगों को जोड़कर मात्र कुछ समय में 10 करोड़ रुपये की कमाई की। उनकी लग्जरी जीवनशैली ने पुलिस का ध्यान खींचा, जिसके बाद हनुमानगढ़ पुलिस ने उन्हें पकड़ने के लिए कार्रवाई की।
राजस्थान पुलिस ने टेलीग्राम पर लिंक भेजकर साइबर ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह में शामिल दो आरोपियों को धौलपुर से गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों ने 16 राज्यों में 10 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है। हनुमानगढ़ के एसपी अरशद अली ने बताया कि पीड़ित सुनील कुमार ने 23 अप्रैल को शिकायत दर्ज कराई थी।
सुनील को एक अनजान नंबर से टेलीग्राम पर एक लड़की की फोटो के साथ संदेश मिला, जिसके बाद उनकी बातचीत शुरू हुई। ठग ने सुनील को 2 से 3 लाख रुपये कमाने का सपना दिखाया और एक महीने में 94,70,300 रुपये उसके विभिन्न खातों में ट्रांसफर करवा लिए।
एसपी ने बताया कि साइबर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और एक विशेष टीम का गठन किया। कई महीनों की मेहनत के बाद, पुलिस ने सुधीर यादव और उसके सहयोगी डॉक्टर आनंद सोनी को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने आरोपियों से रिमांड हासिल किया है और सुनील के खाते में 10 लाख रुपये की राशि वापस करवाई है। बाकी रकम की रिकवरी के प्रयास जारी हैं। आरोपियों ने फर्जी फर्म 'सुधीर इंटरप्राइजेज' के नाम से एक बैंक खाता खोला था, जिसमें साइबर ठगी की रकम जमा की जा रही थी।