हिंदू विवाह अधिनियम के अनुसार, एक व्यक्ति के जीवित रहते हुए दूसरी शादी करना अवैध है। लेकिन मध्य प्रदेश के भिंड जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां के एक सरपंच ने अपनी पत्नी और साली दोनों से एक ही मंडप में विवाह किया। इस घटना ने सभी को चौंका दिया है। सरपंच ने अपनी पहली पत्नी के सामने ही अपनी साली को वरमाला पहनाई। दिलचस्प बात यह है कि इस शादी पर न तो उसकी पत्नी को कोई आपत्ति है और न ही साली को। आइए इस अनोखे मामले के पीछे की कहानी को समझते हैं।
शादी का अनोखा दृश्य
26 नवंबर को भिंड में एक शादी हुई, जिसने वहां मौजूद सभी लोगों को हैरान कर दिया। इस शादी में दुल्हनें दो थीं, लेकिन दूल्हा एक ही था। मेहगांव जनपद के गुदावली गांव के सरपंच दीपू परिहार ने अपनी पत्नी की उपस्थिति में उसकी चचेरी बहन से विवाह किया। उन्होंने न केवल अपनी साली को वरमाला पहनाई, बल्कि अपनी पहली पत्नी को भी हार पहनाया। यह शादी अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है।
बच्चों की देखभाल के लिए दूसरी शादी
दीपू की पहली शादी से तीन बच्चे हैं, जिनमें सबसे बड़े बेटे की उम्र 9 साल है। हिंदू धर्म में इस तरह का दूसरा विवाह करना आमतौर पर स्वीकार नहीं किया जाता है, इसलिए यह घटना सभी के लिए चौंकाने वाली है।
इस कारण करी दूसरी शादी
सरपंच का कहना है कि उनकी पहली पत्नी अक्सर बीमार रहती हैं, जिससे बच्चों की देखभाल में कठिनाई होती है। इसी कारण उन्होंने अपनी पत्नी की सहमति से उनकी चचेरी साली से विवाह किया। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि उनकी पहली पत्नी भी इस शादी में शामिल हों और सभी रस्मों का हिस्सा बनें।
यह घटना अब स्थानीय समुदाय और सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है। पत्नी की अनुमति से साली से शादी करना एक अनोखी बात है। हालांकि, इस स्थिति की आवश्यकता ने पत्नी को अपने पति को दूसरी शादी करने की अनुमति दी। इस मामले पर आपकी क्या राय है? क्या यह सही है या गलत?
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