इस रक्षाबंधन पर टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स ने TV9 नेटवर्क के साथ मिलकर एक भावुक पहल शुरू की है. इस पहल में जमशेदपुर प्लांट की दुर्गा लाइन की महिलाएं देशभर के ट्रक ड्राइवरों के लिए के लिए अपने हाथों से राखियां बना रही हैं. यह इस बात की याद दिलाता है कि कभी-कभी अनदेखे हाथ भी गहरी सुरक्षा और आभार का एहसास दे सकते हैं.
भारत के ट्रक ड्राइवर दिन-रात मेहनत करते हैं. कई बार बिना सोए अनगिनत किलोमीटर के सफर को तय करते हैं, ताकि देश की रफ्तार कायम रहे. इस रक्षा बंधन टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स ने TV9 नेटवर्क के साथ साझेदारी में उनकी इस अद्भुत मेहनत को “रक्षा का बंधन टाटा ट्रक्स, देश के ट्रक्स” एक खास पहल के जरिए सलाम किया है.
काम बंद कर बनाईं राखियांटाटा के मशहूर जमशेदपुर प्लांट में विश्व स्तरीय और सुरक्षित टाटा ट्रक बनाए जाते हैं. यहां काम करने वाली महिलाओं का इन्हें बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. लेकिन इस खास पहले के लिए दुर्गा लाइन की महिलाओं ने अपने रोजाना का काम छोड़कर हाथ से बनी राखियां बनाने का फैसला किया. ये सिर्फ त्योहार की साधारण डोर नहीं थीं, बल्कि हर राखी के साथ एक दिल से लिखा संदेश था. उन ट्रक सारथियों के लिए जिन्हें उन्होंने कभी देखा नहीं, पर हमेशा स्नेह और सम्मान दिया है.
खूबसूरत रिश्तों का जश्नइस पहल के जरिए ये महिलाएं हमें याद दिलाती हैं कि सुरक्षा सिर्फ क्रैश-टेस्टेड अल्ट्रा, सिग्ना और प्राइमा टाटा ट्रक या इंजन ब्रेक, हिल स्टार्ट असिस्ट जैसे फीचर्स और ड्राइवर मॉनिटरिंग सिस्टम, ADAS जैसे विकल्पों तक सीमित नहीं है. कभी-कभी यह छोटे-छोटे इशारों, चुपचाप बनने वाले रिश्तों और इस गर्व में होती है कि हम वही ट्रक बनाते और चलाते हैं, जो भारत को आगे बढ़ाते हैं. इस रक्षा बंधन टाटा मोटर्स उन खूबसूरत रिश्तों का जश्न मना रहा है जो बनाने वालों और चलाने वालों को जोड़ते हैं. वे जो ट्रक तैयार करते हैं और वे जो सड़कों पर चुनौतियों का सामना करते हैं.
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