हम में से कई लोग रोजाना खाने में घी डालकर खाते हैं. डॉक्टर के मुताबिक भी रोजाना एक चम्मच घी खाना सेहत के लिए फायदेमंद रहता हैं. वहीं कई लोग मक्खन को खाते हैं. मक्खन खाने वालों की माने तो मक्खन घी से ज्यादा बेहतर होता हैं. वैसे तो ये दोनों ही चिकनाई और वसा देना का काम करते हैं. घी भी मक्खन को प्रॉसेस करके बनाया जाता हैं.
अगर इन दोनों के बारे में खुलकर बात करे तो घी स्वच्छ मक्खन का ही एक रूप हैं. यह भारत के हर घर में इस्तेमाल किया जाता हैं. इसका उपयोग कई प्रकार की मिठाइयों, हल्वे और अन्य वस्तुओ में किया जाता हैं. भारत के अमूमन हर घर में घी को ज्यादा प्राथमिकता दी जाती हैं. यह घी को ज्यादा हेल्थी और अच्छा माना गया है. घी अत्यधिक स्वच्छ मक्खन की एक किस्म है और गाय या भैंस के दूध से बनाया जाता है.
अक्सर हमारे घरों में दोनों के बारे में कहा जाता है कि पोषण संबंधी मामले और पकवान गुणों में ये दोनों ही बराबर हैं लेकिन कुछ मामलों में ये दोनों डेयरी प्रोडक्ट एक दूसरे से भिन्न होते हैं. हम आज आपको इनके अलग-अलग गुण ही बताने वाले हैं.
जब हम घर में किसी पकवान या डिश की तैयारी के बारे में बात करे तो, घी कई डिश की तैयारी जैसे दाल, करी में इस्तेमाल किया जाता है. इसका उपयोग कर मिठाई, कई प्रकार के हल्वे बनाये जाते हैं. वहीं मक्खन का इस्तेमाल सब्जियों को तलने, मांस पकाने और कई प्रकार के सॉस बनाने में इस्तेमाल किया जाता है.
घी और मक्खन दोनों ही डेरी के प्रोडक्ट हैं. दोनों को रखते की बात करे तो घी को स्टोर करना आसान होता हैं. घी को कमरे के तापमान पर 2-3 महीनों के लिए रखा जा सकता हैं. वहीं मक्खन को फ्रिज में रखना पड़ता हैं साथ ही इसे पेपर में लपेट कर रखें पड़ता हैं. फैट का अत्यधिक जमाव मक्खन की तुलना में घी में पाया जाता है. उसमें 60 फीसद सैचुरेटेड फैट मौजूद रहता है और प्रति 100 ग्राम पर 900 कैलोरी मिलती है. वहीं मक्खन की बात करे तो इसमें ट्रांस फैट का 3 ग्राम, सैचुरेटेड फैट का 51 फीसद और प्रति 100 ग्राम पर 717 किलो कैलोरी यह प्रदान करता हैं.
आपको बता दें कि दूध से बने प्रोडक्ट में मौजूद लैक्टोज शुगर से खाली होता है.मक्खन में लैक्टोज शुगर और प्रोटीन केसीन होता है. घी में मक्खन के मुकाबले डेयरी प्रोटीन की कम मात्रा रहती हैं. कुल मिलकर देखा जाये तो घी और मक्खन दोनों में समान पोषण संबंधी संरचना और फैट की मात्रा एक सी ही होती हैं. वहीं घी लैक्टोज और प्रोटीन केसीन से खाली होता है. इसलिए एलर्जी वालों के लिए घी अच्छा ऑप्शन हैं.
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