पीरियड्स का समय किसी भी महिला के लिए आसान नहीं होता है। इस दौरान कमर या पैर में दर्द, कमजोरी या थकावट और पेट में ऐंठन जैसी समस्याएं आती रहती है। खासकर पीरियड्स में पेट की ऐंठन से कई महिलाएं परेशान रहती हैं। ऐसे में यदि आप कुछ खास स्लीपिंग पोजीशन में सोए तो राहत प्राप्त कर सकते हैं।
घुटनों के नीचे तकिया लगाना
घुटनों के नीचे तकिया लगाकर सोने से पीरियड के दिनों में होने वाली ऐंठन से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके लिए आपको एक गोल तकिया चाहिए। यदि वह न हो तो सामान्य तकिये को ही रोल कर लीजिए। इस पोजीशन में आप पीठ के बल लेट जाएं और घुटनों के नीचे तकिया रख दें। ध्यान रहे कि इस दौरान आपके पैर बिल्कुल सीधे हो।
इस पोजीशन में पैर बहुत ऊंचे या नीचे नहीं होने चाहिए। ऐसा होने पर ब्लड फ्लो प्रभावित हो सकता है। इस पोजीशन से आप कुछ ही मिनटों में अपनी मांसपेशियों में आराम महसूस करने लगेंगी।
फेटल पोजीशन में सोना

फेटल पोजीशन गर्भ में भ्रूण के होने के समान होती है। इसकी पोजीशन में सोने से पीरियड्स के दिनों में ऐंठन से बचा जा सकता है। इस पोजीशन में सोने से पेट के आसपास की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है। इसके चलते पेट को रीलैक्स फिल होता है। इससे आपका दर्द और ऐंठन दोनों कम होता है।
इतना ही नहीं इस पोजीशन में सोने से लीकेज के चांस भी कम हो जाते हैं। पीरियड ट्रेकिंग ऐप की एक रिसर्च की माने तो, भ्रूण की स्थिति सोकर पैरों को एकसाथ दबाने से हैवी लीकेज रोकने में हेल्प मिलती है।
चाइल्ड पोज में सोना
पिरियड्स में होने वाले क्रैंप से राहत पाने के लिए चाइल्ड पोज में सोना चाहिए। यह भ्रूण की स्थिति तरह ही है, लेकिन इसमें थोड़ा फर्क भी है। इसमें आपको बच्चे की मुद्रा में सोना होता है। इस दौरान आप आगे की तरफ मुड़े होते हैं और आपका सिर घुटनों की तरफ नीचे कर्ल कर रहा होता है। इससे आपको ऐंठन में आराम मिलता है।
यह पोजीशन न सिर्फ आपकी मांसपेशियों को राहत प्रदान करती है बल्कि आपको मीठी नींद भी आती है। ये पोजीशन में सोने से पीरियड्स में होने वाला सिरदर्द भी कम हो जाता है।
इन तरीकों के अलावा आप सोने से पहले नहाना, हीटिंग पैड का इस्तेमाल करना, कमरे में तापमान को विनियमित करना एवं कप गर्म चाय पीना जैसे तरीके आजमा सकते हैं। इससे आपको पिरियड्स के दिनों में बेहतर महसूस होगा।
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