Film: बॉलीवुड में कई कलाकार ग्लैमर की चाह में आते हैं और भीड़ में खो जाते हैं. 80 और 90 के दशक के ये लोकप्रिय अभिनेता की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. कभी बड़े पर्दे पर राज करने वाले ये कलाकार आज गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं और टैक्सी चलाकर अपना दिन गुजार रहे हैं. तो चलिए इसी बीच आगे जानते हैं कौन है ये एक्टर?
शुरूआत रही शानदारराज किरण ने अपना सफ़र रंगमंच से शुरू किया था. जल्द ही उन्हें फ़िल्मों में भी काम मिलने लगा. उन्होंने फिल्म (Film) “कर्मा”, “बसेरा”, “करण अर्जुन” जैसी हिट फ़िल्मों से अपनी पहचान बनाई. उनके गंभीर और सधे हुए अभिनय को दर्शकों ने खूब पसंद किया. धीरे-धीरे फ़िल्मों के प्रस्ताव कम होने लगे. नए चेहरों के आने से उन्हें पीछे हटना पड़ा. निजी समस्याओं और करियर की चुनौतियों ने उन्हें तोड़ दिया. एक समय ऐसा आया जब राज किरण ने फ़िल्मी दुनिया से पूरी तरह दूरी बना ली.
कहाँ गम हुए Actor?एक ज़माना था जब राज किरण की फिल्मों में खूब डिमांड थी, लेकिन एक समय ऐसा भी आया जब उन्हें काम के लिए संघर्ष करना पड़ा. सुनने में तो यह भी आया कि उनके परिवार ने धोखे से उनकी सारी संपत्ति हड़प ली और उन्हें सड़क पर छोड़ दिया. एक तरफ उन्हें फिल्म (Film) इंडस्ट्री से बेइज्जती झेलनी पड़ी और फिर परिवार से धोखा. राज किरण ये सब बर्दाश्त नहीं कर पाए और मानसिक अवसाद का शिकार हो गए. इस दौरान उन्होंने खुद को सभी से दूर कर लिया. इसके बाद लोगों को उनके बारे में कुछ पता नहीं चला.
टैक्सी चलाकर गुजार रहें जिंदगीऋषि कपूर और राज किरण ने कई फिल्मों में साथ काम किया था. इसके अलावा, वे अच्छे दोस्त भी थे. जब राज किरण के निधन की खबर आई, तो ऋषि कपूर को यकीन ही नहीं हुआ. वह अभिनेता की तलाश में निकल पड़े. इसी दौरान उनकी मुलाक़ात राज किरण के बड़े भाई गोविंद मेहतानी से हुई और उन्होंने अभिनेता का पता लगाया. 2011 में ऋषि कपूर को उनके बारे में पता चला और उन्हें पता चला कि राज किरण अमेरिका के एक पागलखाने में हैं.
सालों पहले दीप्ति नवल ने भी राज किरण को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया था और बताया था कि उन्होंने एक्टर को अमेरिका में टैक्सी चलाते हुए देखा था. बॉलीवुड इंडस्ट्री जितनी बाहर से चमकदार है, उतनी ही इसके अंदर कई कहानियां छिपी हैं. कुछ कहानियां कामयाबी की हैं, तो कुछ ऐसी हैं जिनके मायने दर्द हैं.
You may also like
ऊंटनी का दूध इन 20 गंभीर बीमारी` को करता है जड़ से खत्म अगर किसी मंद बुध्दि को इसका दूध पिला दिया जाए तो दिमाग कंप्यूटर से भी तेज़ हो जाता है
शादी में क्यों लिए जाते हैं 7` फेरे? जानिए इनके पीछे छिपा रहस्य और 7 नंबर का गणित
बिहार : नियुक्ति पत्र मिलने पर अभ्यर्थियों में उत्साह, प्रियंका सिंह ने कहा- 'मेरे सपनों को मिली नई उड़ान'
शाहजहांपुर में तनाव : बिना अनुमति कार्यक्रम में 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर पर बवाल
रोहित शर्मा की जगह शुभमन गिल को कप्तान बनाना चयनकर्ताओं की परिपक्वता दर्शाता है : अतुल वासन