चंडीगढ़, 1 मई . मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को पंजाब सरकार की तरफ से हरियाणा का पानी रोके जाने पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि पानी किसी भी व्यक्ति विशेष या स्थान का नहीं होता, बल्कि यह प्राकृतिक स्रोत है, जिस पर सभी का अधिकार है. ऐसे में पानी पर हो रही राजनीति पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता.
साथ ही, उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को सुझाव देते हुए कहा कि मेहरबानी करके वह कोई भी फैसला अपनी बुद्धि और विवेक से लें, जो लोग उन्हें भड़का रहे हैं, उनकी बातों में न आएं. पंजाब की जनता ने उन्हें बहुत ही उम्मीदों से चुना है. ऐसे में वे उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करें.
उन्होंने कहा कि पानी प्रकृति की देन है. ऐसे में हमें इस बात पर विचार करना चाहिए कि हम कैसे इसके स्रोत को विस्तारित कर सकते हैं, ताकि निकट भविष्य में किसी को भी पानी की कमी का सामना न करना पड़े. उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आने वाले समय में पानी के स्रोत बढ़ाने का अनुरोध करेंगे.
उन्होंने कहा कि पानी प्राकृतिक का उपहार है. इस पर किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं करनी चाहिए. पानी पर हो रही राजनीति को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करना चाहिए.
नायब सिंह सैनी ने कहा, “हमें इस बात पर ध्यान देना होगा कि हम कैसे पानी को अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए बचाकर रख सकते हैं, ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो. मैं कुल मिलाकर सभी को यही सुझाव दूंगा कि इस पर किसी भी प्रकार की राजनीति न हो, क्योंकि इससे हमें कोई प्रतिफल मिलने वाला नहीं है.”
मुख्यमंत्री ने पंजाब के भगवंत मान को सुझाव देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में उनके पास महज कुछ ही समय बचा है. वह बेकार के मुद्दे को लेकर राजनीति न करें क्योंकि इससे कुछ भी होने वाला नहीं है. इस तरह के मुद्दों पर राजनीति करके वह जनता के हितों पर ही कुठाराघात करेंगे.
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एसएचके/एकेजे
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