बेंगलुरु, 21 मई . कर्नाटक भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सीएन अश्वथ नारायण ने कांग्रेस और उनके नेताओं पर बुधवार को जुबानी हमला किया. उन्होंने हाल ही में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर की गई टिप्पणी को गैर-जिम्मेदाराना करार दिया.
डॉ. अश्वथ नारायण ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा कि खड़गे की टिप्पणी उनकी गैर-जिम्मेदार मानसिकता को दर्शाती है. यह देश की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बयान है. यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने इस प्रकार का बयान दिया है. वह बार-बार ऐसी टिप्पणियां करते हैं, जो देश की गरिमा और गौरव के खिलाफ जाती हैं. उनकी ही पार्टी के कई नेताओं ने और दुनिया भर ने भारत के इस अभियान की सराहना की है. जिस प्रकार भारत ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है, वह अभूतपूर्व है.
उन्होंने कहा कि आज की आधुनिक युद्धनीति में भारत ने बिना किसी बड़े नुकसान के दुश्मन को करारा जवाब दिया. पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया गया, वह हमारे सामने गिड़गिड़ाने लगे कि ‘हमें छोड़ दो, माफ कर दो’, यह भारत की ताकत का प्रमाण है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो सख्त निर्णय लिए गए, उससे भारत ने अपनी क्षमता पूरी दुनिया को दिखा दी है.
राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक में जनता से की गई सभी गारंटी को पूरा किया. राहुल के इस बयान पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस की एकमात्र गारंटी है, भ्रष्टाचार, लूट, कमीशनखोरी और एटीएम सरकार. उन्होंने जनता से जो वादे किए थे, उनमें से कुछ भी पूरा नहीं हुआ. यह सरकार सिर्फ अपने निजी हितों को साधने में लगी है.
इसके साथ ही उन्होंने बेंगलुरु में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे को लेकर मुख्यमंत्री सिद्दारमैया को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि जब उन्हें लोगों के बीच होना चाहिए था, तब वे कहीं नजर नहीं आए. यहां तक कि दिखावे के लिए भी नहीं आए. बेंगलुरु में जो नुकसान हुआ है, उसकी गंभीरता को समझने में सरकार पूरी तरह विफल रही है. कोई एहतियाती कदम नहीं उठाए गए. यह कांग्रेस सरकार की सबसे गैर-जिम्मेदाराना शासन व्यवस्था का उदाहरण है.
–
पीएसके/एकेजे
The post first appeared on .
You may also like
राजस्थान के इस जिले में फर्जी NGO चलाकर बेरोजगारों से की लाखों की वसूली, आवेदन फीस के नाम पर ठगे गए सैकड़ों युवा
Suhana Khan का जन्मदिन: Ananya Panday और Shanaya Kapoor ने दी बधाई
Weather update: राजस्थान में तप रही धरती, लोगों का घरों से निकलना हुआ मुश्किल, अलर्ट किया गया जारी
वक्फ कानून पर तीसरे दिन सुनवाई, केंद्र की दलील, हिंदू धार्मिक न्यास बोर्ड से तुलना नहीं कर सकते
पर्यटन सीजन ऑफ होते ही शहर की व्यवस्थाओं का फ्यूज उड़ा, सड़कों से लेकर सफाई तक हाल बेहाल