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4 घंटे में सुलझा अंता उपचुनाव धमकी कांड: गैंगस्टर रोहित गोदारा के नाम से पत्र भेजने वाला रिटायर्ड अधिकारी गिरफ्तार

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जयपुर, 31 अक्टूबर (Indias News). बारां पुलिस ने विधानसभा उपचुनाव अंता के निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को धमकी भरा पत्र भेजने के मामले में मात्र चार घंटे के भीतर बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने इस फिल्मी साजिश को अंजाम देने वाले रिटायर्ड पीएचईडी अधिकारी नरेन्द्र यादव (64) निवासी आर.के.पुरम, कोटा को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ने अपने जमीन विवाद में प्रतिद्वंद्वियों को फंसाने के लिए यह षड्यंत्र रचा था.

गैंगस्टर रोहित गोदारा के नाम से भेजा धमकी भरा पत्र

Superintendent of Police अभिषेक अन्दासु ने बताया कि 30 अक्टूबर को अंता विधानसभा प्रत्याशी नरेश मीणा के प्रधान कार्यालय पर रजिस्टर्ड डाक से एक धमकी भरा पत्र प्राप्त हुआ. चुनाव अभिकर्ता राकेश कुमार गुर्जर ने इसकी सूचना थाना पुलिस को दी.

पत्र में लिखा था —

“नरेश मीणा और उसके परिवार में से एक को खत्म करने पर ₹1 करोड़ मिल रहा है. तू ₹10 लाख मेरे शूटर तक पहुंचा दे तो सुपारी छोड़ सकता हूँ, वरना 2 तारीख को कत्लेआम होगा.”

पत्र पर गैंगस्टर रोहित गोदारा गैंग का नाम लिखा गया था और उसमें नरेश मीणा की पत्नी के लिए भी अपमानजनक धमकी भरे शब्द थे. इस गंभीर धमकी के बाद थाना अंता में मामला दर्ज किया गया.

4 घंटे में पुलिस ने किया खुलासा, रिटायर्ड अफसर निकला मास्टरमाइंड

एसपी अन्दासु ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त Superintendent of Police राजेश चौधरी के सुपरविजन में थानाधिकारी दिग्विजय सिंह (महिला थाना) के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई.
इस टीम में साइबर सेल और जिला विशेष टीम को भी शामिल किया गया.

टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मात्र चार घंटे में आरोपी कोटा निवासी नरेन्द्र यादव को राउंडअप कर लिया. पूछताछ में उसने साजिश की पूरी कहानी कबूल कर ली.

जमीन विवाद के प्रतिद्वंद्वियों को फंसाने की थी साजिश

जांच में सामने आया कि नरेन्द्र यादव का सीसवाली के विजय थानेवाल और अमित थानेवाल पुत्र राजेन्द्र धाकड़ से करीब 20 साल से जमीन विवाद चल रहा था.
अपने इन प्रतिद्वंद्वियों को फंसाने के लिए आरोपी ने खुद ही गैंगस्टर के नाम से धमकी भरा पत्र लिखा, ताकि शक की सुई थानेवाल भाइयों की ओर जाए.

उसने उल्टे हाथ से पत्र लिखा और बूंदी जिला मुख्यालय से दो स्पीड पोस्ट (एक नरेश मीणा व एक उनके पिता के नाम) भेजे, ताकि खुद को बचाकर विरोधियों को झूठे मामले में फंसाया जा सके.

पुलिस जब आरोपी के घर पहुंची तो एक और धमकी भरा पत्र मिला, जिसे वह नरेश मीणा की पत्नी सुनीता मीणा को भेजने की तैयारी में था.

रिटायर्ड अफसर से गहन पूछताछ जारी

आरोपी पीएचईडी कोटा में आई.आई.ओ. के पद से रिटायर्ड अधिकारी है और उसका स्वभाव अपराधिक प्रवृत्ति का पाया गया है. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और उससे आगे की पूछताछ व तकनीकी अनुसंधान जारी है.

एसपी अभिषेक अन्दासु ने बताया —
“पुलिस ने इस मामले में समय रहते कार्रवाई कर उपचुनाव माहौल को बिगड़ने से बचा लिया. मात्र चार घंटे में साजिश का खुलासा हमारी टीम की त्वरित कार्रवाई का उदाहरण है.”

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