चमोली, 6 सितंबर . उत्तराखंड के चमोली जिले के गोपेश्वर मुख्यालय के समीप ब्रह्मसैन क्षेत्र में लगातार हो रहे भूस्खलन ने स्थानीय निवासियों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर दिया है. भारी बारिश के कारण करीब डेढ़ सौ मीटर लंबी सड़क पूरी तरह धंस गई है, जिसके चलते आसपास के आवासीय मकानों में दरारें पड़ गई हैं. प्रभावित क्षेत्र में रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल है और कई परिवार अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं.
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि जनपद में लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण कई क्षेत्र प्रभावित हुए हैं. इस प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए प्रशासन ने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेज दी है.
उन्होंने कहा, “हमने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों की पूरी जानकारी शासन को दी है. Government of India द्वारा गठित एक विशेषज्ञ टीम जल्द ही चमोली पहुंचकर प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करेगी और क्षति का आकलन करेगी.”
जिलाधिकारी ने बताया कि प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है. हमारी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा है. प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य शुरू किए जा चुके हैं. Government of India की टीम के दौरे के बाद नुकसान का सटीक आकलन होगा, जिसके आधार पर पुनर्वास और मरम्मत कार्य शुरू किए जाएंगे.
ब्रह्मसैन में सड़क के धंसने से न केवल यातायात व्यवस्था ठप हो गई है, बल्कि आसपास के मकानों की नींव भी कमजोर हो गए हैं.
स्थानीय निवासियों का कहना है कि बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे उनके घरों की दीवारों में दरारें आ गई हैं. कुछ परिवारों ने अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेना शुरू कर दिया है.
वहीं, प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे प्रभावित क्षेत्रों में सावधानी बरतें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करें. Government of India की टीम के दौरे और क्षति आकलन के बाद क्षेत्र में राहत कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है.
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एकेएस/जीकेटी
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