दोस्तो प्राचीन काल से ही बेसन और हल्दी हमारी रसोई का अहम हिस्सा रहे है, जो खाने का स्वाद बढाने के काम आते हैं, इसके अलावा वो हमारे स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होते हैं, हल्दी और बेसन का इस्तेमाल त्वचा की रंगत निखारने के लिए व्यापक रूप से किया जाता हैं, ये अस्थायी चमक और निखार प्रदान कर सकते हैं, लेकिन इनका अनुचित या ज़रूरत से ज़्यादा इस्तेमाल आपकी त्वचा को फ़ायदा पहुँचाने के बजाय नुकसान पहुँचा सकता है। आइए जानते है इसके नुकसानों के बारे में-

त्वचा का रूखापन
बेसन के बार-बार इस्तेमाल से त्वचा के प्राकृतिक तेल निकल जाते हैं, जिससे त्वचा रूखी, कसी हुई और बेजान हो जाती है।
पीले दाग
हल्दी में गहरा पीला रंगद्रव्य होता है। लंबे समय तक या ज़्यादा मात्रा में इस्तेमाल करने से आपकी त्वचा पर पीले धब्बे पड़ सकते हैं, जिन्हें हटाना मुश्किल हो सकता है।
जलन और खुजली
हल्दी सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त नहीं है। संवेदनशील त्वचा वाले लोगों को हल्दी वाले पैक लगाने के बाद लालिमा, खुजली या जलन का अनुभव हो सकता है।

मुँहासों में वृद्धि
तैलीय त्वचा वालों के लिए, बेसन और हल्दी के पैक रोमछिद्रों को बंद कर सकते हैं, जिससे मुहांसे निकल सकते हैं और मुँहासों की स्थिति और बिगड़ सकती है।
प्राकृतिक नमी का नुकसान
बेसन त्वचा से नमी सोख लेता है। इसके ज़्यादा इस्तेमाल से आपकी त्वचा निर्जलित हो सकती है, जिससे यह खिंची हुई दिखाई देती है।
एलर्जी प्रतिक्रियाएँ
कुछ लोगों को हल्दी में मौजूद सक्रिय यौगिक, करक्यूमिन से एलर्जी हो सकती है। इससे चकत्ते, फुंसियाँ या अन्य त्वचा प्रतिक्रियाएँ हो सकती हैं।
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