पीरियड्स या माहवारी का समय स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण संकेत है। कभी-कभी यह देर से आता है, जिससे चिंता या असुविधा हो सकती है। जानिए इसके कारण और आसान उपाय, जिससे इसे नियमित रखा जा सके।
पीरियड्स में देरी के मुख्य कारण
- स्ट्रेस, थायरॉइड की समस्या या प्रोजेस्टेरोन-एस्ट्रोजन हार्मोन का असंतुलन माहवारी को लेट कर सकता है।
- मानसिक तनाव से हार्मोन प्रभावित होते हैं और पीरियड्स में देरी हो सकती है।
- अचानक मोटापा या अधिक वजन कम करना भी पीरियड्स को प्रभावित कर सकता है।
- पीरियड्स का न आना प्रेग्नेंसी का संकेत हो सकता है।
- नींद कम होना, गलत खानपान और व्यायाम की कमी माहवारी को प्रभावित करती है।
पीरियड्स को नियमित करने के आसान तरीके
- हरी सब्ज़ियाँ, फल, साबुत अनाज और प्रोटीन युक्त भोजन लें।
- योग, वॉक और स्ट्रेचिंग से हार्मोन संतुलित रहते हैं।
- ध्यान, प्राणायाम और पर्याप्त नींद से पीरियड्स नियमित हो सकते हैं।
- दिनभर में 8–10 गिलास पानी पीना शरीर को डिटॉक्स करता है और मासिक धर्म को नियमित रखता है।
- यदि देरी लगातार हो या अन्य लक्षण हों, तो डॉक्टर से जांच कराएँ।
पीरियड्स में देरी आम समस्या है, लेकिन संतुलित जीवनशैली, सही आहार और तनाव कम करने से इसे नियमित किया जा सकता है। हार्मोनल बदलाव या अन्य गंभीर कारणों के लिए डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है।
You may also like
गौतमबुद्धनगर: नवरात्रि में वाहनों की बिक्री ने बनाए रिकॉर्ड, 6 हजार से अधिक वाहनों का हुआ पंजीकरण
कोलकाता को एनसीआरबी ने बताया सबसे सुरक्षित शहर, भाजपा नेताओं ने उठाए सवाल
चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ उपेंद्र द्विवेदी ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में एथलीटों को सम्मानित किया
राजस्थान: मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने की योजनाओं की समीक्षा, अधिकारियों को दिए निर्देश
खतरे में विधायक सतीश दास का टिकट! लालू-राबड़ी आवास पर कार्यकर्ताओं ने किया जोरदार विरोध