पिंपल्स या मुँहासे युवाओं और युवतियों के साथ-साथ वयस्कों के लिए भी एक आम समस्या बन चुके हैं। बढ़ते प्रदूषण, खान-पान की गलत आदतें और तनाव के कारण यह समस्या और भी बढ़ जाती है। बाजार में पिंपल्स के इलाज के लिए कई महंगे प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं, लेकिन कई बार घरेलू उपाय ज्यादा असरदार और सुरक्षित साबित होते हैं।
नींबू, जिसे एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-सेप्टिक गुणों वाला प्राकृतिक फल माना जाता है, पिंपल्स के इलाज में बेहद उपयोगी है। लेकिन अगर इसे कुछ खास घरेलू चीजों के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाए, तो इसका असर और भी बढ़ जाता है।
आइए जानते हैं वो तीन चीजें जो नींबू में मिलाकर लगाने से पिंपल्स से राहत मिलती है।
नींबू और हल्दी
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक तत्व में सूजन-रोधी और जीवाणुरोधी गुण होते हैं। नींबू के अम्लीय गुण के साथ मिलकर यह मिश्रण पिंपल्स के कारण होने वाली सूजन और लालिमा को कम करता है।
कैसे करें इस्तेमाल:
नींबू के रस में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं। इसे चेहरे पर केवल प्रभावित हिस्से पर लगाएं और 10-15 मिनट बाद हल्के गुनगुने पानी से धो लें। सप्ताह में 2-3 बार इस नुस्खे का प्रयोग करें।
नींबू और गुलाबजल
गुलाबजल त्वचा को ठंडक देने और हाइड्रेट करने का काम करता है। नींबू के रस के अम्लीय प्रभाव को गुलाबजल संतुलित करता है, जिससे त्वचा की जलन नहीं होती। यह मिश्रण त्वचा की चमक बढ़ाता है और पोर्स को टाइट करता है, जिससे पिंपल्स बनने की संभावना कम हो जाती है।
कैसे करें इस्तेमाल:
नींबू का रस और गुलाबजल समान मात्रा में मिलाएं। कॉटन बॉल की मदद से इसे चेहरे पर लगाएं और 20 मिनट बाद धो लें।
नींबू और शहद
शहद में एंटी-बैक्टीरियल और मॉइश्चराइजिंग गुण होते हैं। नींबू के साथ मिलकर यह मिश्रण पिंपल्स के बैक्टीरिया को खत्म करता है और त्वचा को नमी प्रदान करता है। खासकर सूखी और संवेदनशील त्वचा वालों के लिए यह उपाय फायदेमंद है।
कैसे करें इस्तेमाल:
नींबू के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर चेहरे पर लगाएं। 15-20 मिनट बाद हल्के गुनगुने पानी से धो लें। इसे हफ्ते में 2 बार दोहराएं।
विशेषज्ञों की सलाह
डर्मेटोलॉजिस्ट बताते हैं कि नींबू में मौजूद एसिड त्वचा को एक्सफोलिएट करता है और बैक्टीरिया को मारने में मदद करता है। हालांकि, इसे सीधे या अधिक मात्रा में लगाने से त्वचा जल सकती है। इसलिए इसे किसी भी सामग्री के साथ मिलाकर उपयोग करना बेहतर होता है।
साथ ही, पिंपल्स के इलाज में संतुलित आहार, पर्याप्त पानी पीना और नियमित साफ-सफाई भी बेहद आवश्यक है।
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