Canada PR: कनाडा में काम करने वाले भारतीयों समेत विदेशी वर्कर्स को सरकार परमानेंट रेजिडेंसी (PR) मुहैया कराती है। कनाडा पढ़ने गए छात्र भी डिग्री हासिल करने के बाद वहां जॉब कर सकते हैं और फिर कुछ साल बिताने के बाद PR के लिए योग्य हो जाते हैं। कनाडा में PR देने के लिए एक्सप्रेस एंट्री सिस्टम प्रोग्राम काफी ज्यादा पॉपुलर है, जिसके जरिए स्किल वर्कर्स को स्थायी रूप से देश में बसाया जाता है। हालांकि, सरकार ने हाल ही में इसमें बदलाव किया और अब उसका असर दिख रहा है। दरअसल, एक्सप्रेस एंट्री सिस्टम CRS प्वाइंट्स के आधार पर चलता है और सरकार ने फैसला किया है कि अब नौकरी के आधार पर मिलने वाले CRS प्वाइंट्स नहीं मिलेंगे। इस साल 25 मार्च से ये नियम लागू हो चुका है। पहले कनाडा में जॉब ऑफर होने पर 50 या 200 CRS प्वाइंट्स मिल जाते थे। CIC की रिपोर्ट के मुताबिक, नए नियम की वजह से बहुत से आवेदकों की प्रोफाइल पर असर पड़ा है। खासतौर पर उन लोगों की प्रोफाइल सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है, जिनके स्कोर पहले से ही ज्यादा थे। किस स्कोर रेंज में कितनी प्रोफाइल कम-ज्यादा हुईं?सबसे ज्यादा असर 501-600 CRS स्कोर वाले लोगों पर हुआ है। 16 मार्च से 14 अप्रैल के बीच इस कैटेगरी के 5,740 लोगों की प्रोफाइल कम हो गई। इसी तरह, 491-500 और 481-490 स्कोर वालों में भी गिरावट आई है। इनमें क्रमशः 1,618 और 984 प्रोफाइल कम हुई हैं। CIC न्यूज की रिपोर्ट बताती है कि यह बदलाव सीधे तौर पर ज्यादा स्कोर वाले उम्मीदवारों की कमी से जुड़ा है। टॉप स्कोर वाले प्रोफाइल कम होने के बावजूद, एक्सप्रेस एंट्री पूल में उम्मीदवारों की कुल संख्या 7,373 बढ़ गई है। सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी 461–470 स्कोर रेंज में हुई है, जहां 2,157 प्रोफाइल बढ़ गई हैं। माना जा रहा है कि इनमें से कई उम्मीदवारों को पहले नौकरी के पॉइंट्स की वजह से 500 से ज्यादा स्कोर मिलता था। 401–450 स्कोर रेंज में भी काफी बढ़ोत्तरी हुई है, जहां 5,814 नई प्रोफाइल जुड़ी हैं। नौकरी के प्वाइंट्स नहीं मिलने से क्या होगा?नौकरी के लिए प्वाइंट्स नहीं मिलने की वजह से हजारों लोगों की PR हासिल करने की उम्मीदों को झटका लगा है। खासकर उन लोगों को जो जॉब ऑफर के जरिए CRS प्वाइंट्स बढ़ने की उम्मीद कर रहे थे। एक्सप्रेस एंट्री एक ऑनलाइन सिस्टम है। इसके जरिए कनाडा सरकार स्किल वर्कर्स को PR के लिए चुनती है। यह सिस्टम तीन मुख्य कार्यक्रमों के लिए आवेदन स्वीकार करता है: फेडरल स्किल्ड वर्कर प्रोग्राम, फेडरल स्किल्ड ट्रेड्स प्रोग्राम और कैनेडियन एक्सपीरियंस क्लास।CRS एक प्वाइंट-आधारित सिस्टम है। इसका इस्तेमाल एक्सप्रेस एंट्री पूल में उम्मीदवारों को रैंक करने के लिए किया जाता है। CRS स्कोर उम्र, एजुकेशन, वर्क एक्सपीरियंस और भाषा कौशल जैसे फैक्टर्स पर आधारित होता है। ज्यादा CRS स्कोर वाले उम्मीदवारों को कनाडा में स्थायी निवास के लिए आवेदन करने का निमंत्रण मिलने की संभावना ज्यादा होती है।अब नौकरी के आधार पर मिलने वाले प्वाइंट्स हटा दिए गए हैं। इससे उन उम्मीदवारों को नुकसान होगा जिनके पास नौकरी के प्रस्ताव थे। अब उन्हें अपने स्कोर को बढ़ाने के लिए दूसरे तरीकों पर ध्यान देना होगा। जैसे कि अपनी एजुकेशन या भाषा कौशल को सुधारना। इस तरह पहले के मुकाबले अब PR पाना कठिन हो चुका है।
You may also like
साप्ताहिक राशिफल 28 अप्रैल से 04 मई 2025 तक
मनोज बाजपेयी ने सुशांत सिंह राजपूत की याद में किया भावुक खुलासा
सूर्य का कन्या राशि में गोचर जीवन में लाएगा बड़ा बदलाब इन 6 राशियों का खुलेगा धन दौलत का पिटारा
'नसीब अपना-अपना' की चंदू: अब एक खूबसूरत हुस्नपरी
27 अप्रैल, Morning News Headlines: आज सुबह तक की सभी ताजा खबरें क्रिकेट जगत से