JEE Mains 2026 New Changes: इंजीनियरिंग कोर्सेज में एडमिशन के लिए होने जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE MAIN) 2026 की रेस शुरू हो गई है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने पिछले अनुभवों को देखते हुए छात्रों की सहूलियत के लिए कुछ नये कदम उठाए हैं, साथ ही एग्जाम में किसी भी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए सिस्टम को चुस्त- दुरुस्त करने की कोशिश भी की है।
एनटीए ने एक महीने पहले 29 सितंबर को कैंडिडेट्स को आधार अपडेट समेत सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स को जमा करने की एडवाइजरी भी जारी की थी। जेईई मेन के पहले चरण के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं। एनटीए का जेईई मेन ऐसा पहला एग्जाम होगा, जिसमें परीक्षा सुधारों पर बनी डॉ. के. राधाकृष्णन कमेटी की सिफारिशों को लागू करते हुए नियम बनाए गए हैं।
अपनी पसंद के शहर में कैसे मिलेगा एग्जाम सेंटरएनटीए ने 2026 के एग्जाम में यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि कैंडिडेट को उसकी पसंद के शहर में ही एग्जाम सेंटर मिले। बहुत दूर- दूर एग्जाम सेंटर होने की शिकायतों को देखते हुए यह तय किया गया है कि छात्र को उसके स्थायी और वर्तमान पते के आधार पर अधिकतम 4 शहरों का विकल्प चुनने का मौका दिया जाएगा।
4 एग्जाम सिटी चुनने का ऑप्शनजब छात्र फॉर्म भरेंगे और अपना स्थायी व वर्तमान पता लिखेगा तो उन दोनों पतों के आधार पर शहरों की लिस्ट आ जाएगी। जैसे किसी छात्र का स्थायी पता उत्तर प्रदेश है और वर्तमान पता दिल्ली है तो इन दोनों राज्यों के उन शहरों की लिस्ट आ जाएगी, जहां पर एग्जाम सेंटर होंगे। इस लिस्ट के आधार पर छात्र अपनी पसंद के अधिकतम चार शहरों का चुनाव कर सकता है।
एनटीए के अधिकारियों का कहना है कि जहां तक संभव होगा, छात्र के चुने विकल्पों में से ही एग्जाम सिटी अलॉट कर दी जाएगी। पिछले साल तक देखने में आता था कि छात्र गलती से उन शहरों का चुनाव कर लेता थे, जहां पर जाना उनके लिए बहुत मुश्किल था। पिछले साल तक छात्र को बहुत सारे विकल्प दिखाई देते थे। जैसे चंडीगढ़ के छात्र को पंजाब, हरियाणा के शहरों के विकल्प भी दिखते थे। छत्तीसगढ़ के पते के आधार पर कोई छात्र फॉर्म भरता था तो मध्यप्रदेश या आसपास के राज्यों के भी शहरों का विकल्प दिखता था।
घर के करीब मिलेगा एग्जाम सेंटरइस बार स्थायी और वर्तमान पते के आधार पर ही शहरों के विकल्प दिखाई देंगे ताकि गलती की संभावना न रहे और छात्र को अपने घर से ज्यादा दूर न जाना पड़े। अब अगर किसी छात्र का स्थायी पता तमिलनाडु का है और वह राजस्थान में कोचिंग कर रहा है, जो उसका वर्तमान पता है तो छात्र को तमिलनाडु और राजस्थान दोनों राज्यों की एग्जाम सिटी का विकल्प दिखाई देगा। वहीं कैंडिडेट्स की सहूलियत के लिए एग्जाम सिटी की संख्या बढ़ा दी गई है। पिछली बार 299 एग्जाम सिटी थी, जिसे बढ़ाकर 323 किया गया है। यह फैसला छात्र की पसंद के शहर में एग्जाम सेंटर अलॉट करने के मकसद के साथ किया गया है।
लाइव फोटोग्राफ भी अपलोड करनी होगीइस बार के एग्जाम के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरते समय छात्र को अपनी लाइव फोटोग्राफ भी अपलोड करनी होगी। साथ ही लेटेस्ट फोटोग्राफी की स्कैन इमेज भी अपलोड होगी, जो JPG या JPEG फॉर्मेट में होगी। पहले छात्र को अपनी फोटो अपलोड करनी होती थी लेकिन देखने में आता था कि छात्र कई साल पुरानी फोटो भी अपलोड कर देते थे, जिसके चलते कई बार गड़बड़ी की शिकायतें भी आती थी। इस बार डबल चेक होगा। एक तो लेटेस्ट फोटो होगी, वहीं लाइव फोटोग्राफ भी होगी।
एक से ज्यादा फॉर्म भरने पर हो सकता है एक्शनयानी जो छात्र फॉर्म भरेगा, वही एग्जाम देने आए, इसे सुनिश्चित किया जा सकेगा। अगर दोनों फोटोग्राफ एक जैसी नहीं होंगी तो सिस्टम कैंडिडेट को अलर्ट करेगा, उसके बाद भी छात्र अगर पुरानी फोटो ही अपलोड करेगा तो उसे दिक्कत हो सकती है। ऐसे में छात्र को हाल ही में खिंचवाई गई फोटो की स्कैन इमेट अपलोड करनी चाहिए। कलर फोटो हो, जिसमें कैंडिडेट के चेहरे का 80 प्रतिशत हिस्सा दिखाई देना चाहिए। छात्र यह ध्यान रखें कि वह एक ही ऐप्लीकेशन फॉर्म भरे। एक से ज्यादा फॉर्म भरने पर एक्शन लिया जाएगा। आवेदन फॉर्म में ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर को बहुत ध्यान से फिल करें।
e-KYC का भी नियम लागू, एग्जाम सिटी की संख्या बढ़ीइस बार के एग्जाम में e-KYC का भी नियम लागू किया गया है। इस सिस्टम के जरिए कैंडिडेट की पहचान को डिजिटल तरीके से सत्यापित किया जा सकेगा। आधार ऑथेंटिकेशन के जरिए नाम, जन्म तिथि, फोटोग्राफ जैसी जानकारी का उपयोग करके सत्यापित किया जाता है। यह UIDAI के केंद्रीय पहचान डेटा रिपॉजिटरी (CIDR) के माध्यम से होता है। चूंकि आधार कार्ड में पेरेंट्स का नाम नहीं होता है और यह जानकारी ऑनलाइन आवेदन फॉर्म में फिल करनी होती है। 10वीं के सर्टिफिकेट और आधार कार्ड में कोई मिसमैच नहीं हो।
अभी छात्र पहले चरण की परीक्षा के लिए कर सकता है आवेदनजेईई मेन दो चरणों में होता है। पहले चरण की परीक्षा के लिए 27 नवंबर तक आवेदन किया जा सकता है और एग्जाम 21-30 जनवरी के बीच होगा। 12 फरवरी 2026 तक पहले चरण की परीक्षा का रिजल्ट आ जाएगा। जो छात्र दूसरे चरण की भी परीक्षा देना चाहेंगे, उन्हें जनवरी के आखिरी हफ्ते से रजिस्ट्रेशन का मौका मिलेगा। दूसरे चरण की परीक्षा 1-10 अप्रैल के बीच होगी और दोनों चरणों के आधार पर फाइनल रिजल्ट 20 अप्रैल तक आ जाएगा। परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट यानी सीबीटी मोड में होगी। हर रोज पहली शिफ्ट सुबह 9-12 और दूसरी शिफ्ट शाम को 3-6 बजे तक होगी।
एग्जाम पैटर्नबीई- बीटेक कोर्सेज में एडमिशन के लिए होने वाला एग्जाम अधिकतम 300 नंबर का होगा। दो सेक्शन होंगे। पहले सेक्श में मैथ्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री के 20-20 सवाल होंगे, जो एमसीक्यू बेस्ड होंगे। दूसरे सेक्शन में 5-5 न्यूमैरिक्ल वैल्यू के सवाल होंगे। कुल 75 सवाल होंगे। नेगेटिव मार्किंग होगी। सही जवाब के लिए 4 नंबर मिलेंगे और गलत जवाब देने पर एक नंबर की नेगेटिव मार्किंग होगी।
दिव्यांग छात्रों के लिए भी ज्यादा सुविधाएंएनटीए ने दिव्यांग छात्रों को तय गाइडलाइंस के मुताबिक ज्यादा सुविधाएं देने की तैयारी की है। जिन छात्रों को देखने में दिक्कत होती है, उनके लिए जूम लेवल बढ़ाया गया है, इसी तरह से सेंटरों पर दिव्यांग छात्रों के लिए पहले से ज्यादा सुविधाएं होंगी।
You may also like

पश्चिम बंगाल में फर्जी दस्तावेज, BLO को धमका रहे TMC नेता... चुनाव आयोग के सामने BJP ने लगाई आरोपों की झड़ी

बैंक लोन फ्रॉड मामला: ओडिशा, दिल्ली और दो अन्य राज्यों में ईडी की छापेमारी

डॉक्टर बनने इस छोटे से देश में जा रहे भारतीय, जान लें यहां MBBS जैसी पढ़ाई का खर्च कितना है?

मुंबई में बंधक बनाने वाले को 'फर्जी मुठभेड़' में मारा गया, हाईकोर्ट में दायर याचिका में दावा, CBI जांच की मांग

दुनियाˈ में सबसे महंगे बिकते हैं इस जानवर के आंसू, 26 सांपों के जहर की काट है एक बूंद﹒




