मुंबई: शहर की मोनोरेल सेवाएं सोमवार सुबह एक बार फिर बाधित हो गईं जब वडाला की ओर जा रही एक ट्रेन अचानक बिजली की आपूर्ति में खामी आने के कारण रुक गई। यह घटना सुबह करीब 7:16 बजे एंटोप हिल बस डिपो और जीटीबी नगर स्टेशनों के बीच हुई। ट्रेन के भीतर करीब 17 यात्री फंस गए थे। अधिकारियों ने बताया कि आपातकालीन प्रोटोकॉल के तहत यात्रियों को तुरंत सुरक्षित निकाला गया। मोनोरेल स्टाफ और मुंबई फायर ब्रिगेड की मदद से सभी यात्रियों को दूसरी ट्रेन में बैठाकर 7:40 बजे अगले स्टेशन तक पहुंचाया गया। राहत की बात यह रही कि किसी भी यात्री को चोट नहीं लगी।
खराब ट्रेन को ट्रैक से हटाया
खराब ट्रेन को बाद में ट्रैक से हटाकर डिपो ले जाया गया और सेवाएं सुबह 8:50 बजे तक सामान्य कर दी गईं। हालांकि, उस दौरान संत गाडगे महाराज चौक से वडाला तक की सेवाएं एक ही ट्रैक पर चलाई गईं, जिसके कारण यात्रियों को देरी का सामना करना पड़ा। वहीं वडाला से चेंबूर तक की ट्रेनें सामान्य रूप से चलती रहीं। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब मोनोरेल बीच रास्ते में अटक गई हो। पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं।
पहले भी हो चुकी हैं इस तरह की घटनाएं
बता दें कि बीते महीने 18 अगस्त को भी इसी तरह की समस्या सामने आई थी जब शाम 6:38 बजे भक्ति पार्क और मैसूर कॉलोनी के बीच एक ट्रेन बिजली कटौती के कारण फंस गई थी। उस समय ट्रेन का वजन 109 टन था, जो निर्धारित सीमा से 4 टन अधिक था। वेंटिलेशन सिस्टम फेल होने से यात्रियों ने घुटन की शिकायत भी की थी। इसके अलावा 21 अगस्त को अचार्य आत्रे नगर स्टेशन पर अधिक भीड़ के कारण सेवाएं करीब 15 मिनट के लिए रोकी गई थीं। लगातार सामने आ रही इन घटनाओं ने मोनोरेल की विश्वसनीयता और रखरखाव व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
खराब ट्रेन को ट्रैक से हटाया
खराब ट्रेन को बाद में ट्रैक से हटाकर डिपो ले जाया गया और सेवाएं सुबह 8:50 बजे तक सामान्य कर दी गईं। हालांकि, उस दौरान संत गाडगे महाराज चौक से वडाला तक की सेवाएं एक ही ट्रैक पर चलाई गईं, जिसके कारण यात्रियों को देरी का सामना करना पड़ा। वहीं वडाला से चेंबूर तक की ट्रेनें सामान्य रूप से चलती रहीं। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब मोनोरेल बीच रास्ते में अटक गई हो। पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं।
पहले भी हो चुकी हैं इस तरह की घटनाएं
बता दें कि बीते महीने 18 अगस्त को भी इसी तरह की समस्या सामने आई थी जब शाम 6:38 बजे भक्ति पार्क और मैसूर कॉलोनी के बीच एक ट्रेन बिजली कटौती के कारण फंस गई थी। उस समय ट्रेन का वजन 109 टन था, जो निर्धारित सीमा से 4 टन अधिक था। वेंटिलेशन सिस्टम फेल होने से यात्रियों ने घुटन की शिकायत भी की थी। इसके अलावा 21 अगस्त को अचार्य आत्रे नगर स्टेशन पर अधिक भीड़ के कारण सेवाएं करीब 15 मिनट के लिए रोकी गई थीं। लगातार सामने आ रही इन घटनाओं ने मोनोरेल की विश्वसनीयता और रखरखाव व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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