रांची: झारखंड में रांची पुलिस और राहुल दुबे गैंग के सदस्यों के बीच मुठभेड़ हुई है। खलारी थाना क्षेत्र में हुई इस घटना में दोनों ओर से गोलीबारी हुई, जिसके बाद पुलिस ने गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। जवाबी कार्रवाई में इन दोनों अपराधियों को पैर में गोली लगी है और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की थी योजना
गोलीबारी की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण भी सकते में आ गए।पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि राहुल दुबे गैंग के सदस्य खलारी थाना क्षेत्र में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। रांची एसएसपी के निर्देश पर, अपराधियों को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम मौके पर भेजी गई।
घिरने के बाद पुलिस पर हमला
जब पुलिस ने अपराधियों को घेरने की कोशिश की, तो गैंग के सदस्यों ने पुलिस पर हमला करते हुए फायरिंग शुरू कर दी। इसके जवाब में, पुलिस टीम को भी गोली चलानी पड़ी। इसी जवाबी फायरिंग में गैंग के दो सदस्य घायल हुए। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा भी बरामद किया है।
सघन तलाशी अभियान की शुरुआत
मुठभेड़ स्थल और आस-पास के इलाकों में रांची पुलिस की ओर से सघन तलाशी अभियान (सर्च ऑपरेशन) चलाया जा रहा है। रांची एसएसपी राकेश रंजन को सूचना मिली थी कि राहुल दुबे गिरोह के सदस्य खलारी इलाके में किसी बड़ी आपराधिक वारदात की योजना बना रहे हैं। सूचना के आधार पर ग्रामीण एसपी प्रवीण पुष्कर के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम जैसे ही ठाकुरगांव, खलारी और रातू थाना क्षेत्र की सीमा पर पहुंची, अपराधियों ने पुलिस को देखते ही अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
घायल अपराधियों की पहचान
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो अपराधी गोली लगने से घायल हो गए, जिन्हें गिरफ्तार कर इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। वहीं दो अन्य अपराधियों को पुलिस ने खदेड़कर पकड़ लिया। पुलिस ने घटनास्थल से आठ पिस्टल, दर्जनों कारतूस और अन्य हथियार बरामद किए हैं। मौके पर एफएसएल टीम को भी बुलाया गया है। घायल अपराधियों की पहचान साजन अंसारी और अमित गुप्ता के रूप में हुई है, जो लंबे समय से राहुल दुबे गैंग के लिए काम कर रहे थे।
गिरफ्तार दोनों अन्य अपराधियों से पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार, कुछ महीने पहले गैंगस्टर अमन साहू के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद राहुल दुबे ने गिरोह की कमान संभाली थी। हाल के दिनों में कोयलांचल क्षेत्र में रंगदारी की वसूली रुक जाने के बाद गिरोह ने फिर से दहशत फैलाने की योजना बनाई थी।इसी क्रम में गिरोह के करीब एक दर्जन सदस्य हथियारों के साथ खलारी इलाके की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन पुलिस को समय रहते उनकी गतिविधियों की जानकारी मिल गई। चार थानों की संयुक्त कार्रवाई में पुलिस ने गिरोह को घेर लिया। मुठभेड़ के बाद पुलिस आसपास के क्षेत्र में सघन सर्च ऑपरेशन चला रही है।
किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की थी योजना
गोलीबारी की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण भी सकते में आ गए।पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि राहुल दुबे गैंग के सदस्य खलारी थाना क्षेत्र में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। रांची एसएसपी के निर्देश पर, अपराधियों को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम मौके पर भेजी गई।
घिरने के बाद पुलिस पर हमला
जब पुलिस ने अपराधियों को घेरने की कोशिश की, तो गैंग के सदस्यों ने पुलिस पर हमला करते हुए फायरिंग शुरू कर दी। इसके जवाब में, पुलिस टीम को भी गोली चलानी पड़ी। इसी जवाबी फायरिंग में गैंग के दो सदस्य घायल हुए। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा भी बरामद किया है।
सघन तलाशी अभियान की शुरुआत
मुठभेड़ स्थल और आस-पास के इलाकों में रांची पुलिस की ओर से सघन तलाशी अभियान (सर्च ऑपरेशन) चलाया जा रहा है। रांची एसएसपी राकेश रंजन को सूचना मिली थी कि राहुल दुबे गिरोह के सदस्य खलारी इलाके में किसी बड़ी आपराधिक वारदात की योजना बना रहे हैं। सूचना के आधार पर ग्रामीण एसपी प्रवीण पुष्कर के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम जैसे ही ठाकुरगांव, खलारी और रातू थाना क्षेत्र की सीमा पर पहुंची, अपराधियों ने पुलिस को देखते ही अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
घायल अपराधियों की पहचान
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो अपराधी गोली लगने से घायल हो गए, जिन्हें गिरफ्तार कर इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। वहीं दो अन्य अपराधियों को पुलिस ने खदेड़कर पकड़ लिया। पुलिस ने घटनास्थल से आठ पिस्टल, दर्जनों कारतूस और अन्य हथियार बरामद किए हैं। मौके पर एफएसएल टीम को भी बुलाया गया है। घायल अपराधियों की पहचान साजन अंसारी और अमित गुप्ता के रूप में हुई है, जो लंबे समय से राहुल दुबे गैंग के लिए काम कर रहे थे।
गिरफ्तार दोनों अन्य अपराधियों से पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार, कुछ महीने पहले गैंगस्टर अमन साहू के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद राहुल दुबे ने गिरोह की कमान संभाली थी। हाल के दिनों में कोयलांचल क्षेत्र में रंगदारी की वसूली रुक जाने के बाद गिरोह ने फिर से दहशत फैलाने की योजना बनाई थी।इसी क्रम में गिरोह के करीब एक दर्जन सदस्य हथियारों के साथ खलारी इलाके की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन पुलिस को समय रहते उनकी गतिविधियों की जानकारी मिल गई। चार थानों की संयुक्त कार्रवाई में पुलिस ने गिरोह को घेर लिया। मुठभेड़ के बाद पुलिस आसपास के क्षेत्र में सघन सर्च ऑपरेशन चला रही है।
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