पटना: बिहार के आगामी विधानसभा चुनावों से पहले जन सुराज पार्टी (JSP) के संस्थापक और JDU के पूर्व उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने प्रदेश की सियासत को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गिरती सेहत और नेतृत्व क्षमता चुनाव को गहराई से प्रभावित कर सकती है। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि 'जन सुराज' को कम आंकना भारी भूल होगी, क्योंकि पार्टी एक निर्णायक भूमिका में आने वाली है। प्रशांत किशोर ने एक इंटरव्यू में कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव को दो चीजें सबसे अधिक प्रभावित करेंगी- नीतीश कुमार का स्वास्थ्य और उनका नेतृत्व। जन सुराज के नेता प्रशांत किशोर ने कहा, 'अगर NDA नीतीश कुमार को सीएम चेहरा घोषित करता है और वह सार्वजनिक मंचों पर प्रभावशाली तरीके से उपस्थित नहीं हो पाते, तो जनता किसी और चेहरे को मौका देने का मन बना सकती है।' 'जन सुराज' को वोट कटवा कहने वालों को पीके ने दिया जवाबप्रशांत किशोर ने स्पष्ट कहा कि उनकी पार्टी केवल वोट काटने के लिए मैदान में नहीं है। उन्होंने कहा, 'जन सुराज पार्टी को कम करके आंका जा रहा है, लेकिन हम एक बड़ा फैक्टर बनने जा रहे हैं। हम सिर्फ 2025 नहीं, बल्कि 2030 के चुनावों की भी तैयारी कर रहे हैं।' प्रशांत किशोर ने वक्फ अधिनियम पर JDU और RJD को घेरावक्फ अधिनियम को लेकर किशोर ने JDU और RJD पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस कानून पर संसद में हुई बहस ने लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार दोनों को बेनकाब कर दिया है। किशोर ने कहा, 'लालू यादव के पुराने भाषण को संसद में कोट कर यह साफ कर दिया गया कि मुसलमानों के कथित रहनुमा अब भरोसे के काबिल नहीं रहे। इसी तरह, नीतीश कुमार की पार्टी ने विधेयक का समर्थन कर मुस्लिम समुदाय का भरोसा तोड़ा है।' पीके ने BJP पर भी लगाया ध्रुवीकरण का आरोपजन सुराज के नेता प्रशांत किशोर ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने CAA और तीन तलाक जैसे मुद्दों पर समाज को बांटने की कोशिश की। उन्होंने कहा, 'अब मुसलमान NDA और INDIA दोनों के इरादों को समझ चुके हैं। ऐसे में जन सुराज एक वैकल्पिक विकल्प के रूप में उभर रही है।' बिहार में BJP का सीएम होगा या नहीं, एक बड़ा सवाल: पीकेप्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि इस बार चुनाव में यह भी एक बड़ा सवाल होगा कि क्या बिहार में बीजेपी अपना मुख्यमंत्री दे पाएगी। उन्होंने दावा किया कि कई सर्वे रिपोर्ट्स ने नीतीश कुमार की चिंता बढ़ा दी है। बदलाव की ओर देख रही है बिहार की जनता: प्रशांत किशोरपीके का मानना है कि बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है और एक नई सरकार की तलाश में है। उन्होंने कहा कि जन सुराज इस बदलाव की अगुआ बन सकती है। उनकी रणनीति साफ दिखा रही है कि वह सिर्फ उपस्थिति दर्ज नहीं कराना चाहते, बल्कि निर्णायक ताकत बनना चाहते हैं।
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