इंजीनियरिंग कोर्सेज में एडमिशन के लिए होने वाली JEE MAIN सेशन 2 के लिए तैयार की गई फाइनल आंसर key में एक क्वेश्चन को ड्रॉप (गलत सवाल) किया गया है। जेईई मेन में पहले सेशन की परीक्षा में 6 क्वेश्चन ड्रॉप किए गए थे। इससे पहले 2023 में 16 और 2024 में 10 क्वेश्चन ड्रॉप किए गए थे। जेईई मेन के दूसरे सेशन की परीक्षा में अब तक सबसे ज्यादा 15.4 लाख यूनीक रजिस्ट्रेशन थे और 9 अप्रैल को दूसरे सेशन की परीक्षा खत्म हुई थी। रिकॉर्ड समय में अब रिजल्ट तैयार किया गया है।एनटीए के एक सीनियर अधिकारी का कहना है कि पिछले दो वर्षों में जेईई मेन की प्रोविजनल आंसर key के लिए आने वाले चैंलेज भी काफी कम हुए हैं। अप्रैल में खत्म हुई दूसरे सेशन की परीक्षा में फिजिक्स के पेपर का एक सवाल ड्रॉप हुआ है और 9 शिफ्ट में हुई दूसरे सेशन की परीक्षा में फिजिक्स के 675 में से केवल 1 सवाल ड्रॉप किया गया है।एनटीए का कहना है कि इस बार जेईई एग्जाम में एग्जाम सेंटर में एंट्री से लेकर परीक्षा पूरी होने तक कड़ी निगरानी रखी गई है और प्रोविजनल आंसर की जारी होने के बाद पिछले दो वर्षों में सबसे कम चैलेंज मिले हैं और वहीं अब गलत सवालों की संख्या भी घटकर 1 ही रह गई है। साथ ही ट्रांसलेशन में गलती होने की इस बार कोई शिकायत नहीं आई है। ड्रॉप क्वेश्चन का क्या है फॉर्मूला?एनटीए के एक सीनियर अधिकारी का कहना है कि 3 अप्रैल को पहले शिफ्ट में हुई फिजिक्स की परीक्षा का एक क्वेश्चन ड्रॉप हुआ है और इस शिफ्ट के सभी कैंडिडेट्स को इस सवाल के पूरे चार नंबर दिए जाएंगे। बताया जा रहा है कि इस सवाल में टाइपिंग ऐरर हुआ है और सवाल में गलत नंबर प्रिंट हो गया था, जिसके कारण सवाल गलत हुआ है। इस एक शिफ्ट में जितने भी छात्र फिजिक्स की परीक्षा में बैठे होंगे, उनको पूरे चार नंबर दिए जाएंगे, चाहे वह सवाल अटेम्प्ट किया हो या नहीं? आंसर की में 5 सवालों के एक से ज्यादा जवाब:एनटीए को सेशन दो के लिए जारी की गई प्रोविजनल आंसर key के आधार पर जो चैलेंज मिले, उन सभी को एक्सपर्ट्स कमिटी को भेजा गया। एक्सपर्ट्स कमिटी ने हर चैलेंज का विश्लेषण किया और पाया कि 5 सवाल ऐसे हैं, जिनका एक से ज्यादा जवाब हो सकते हैं। यानी एमसीक्यू में 1 से 4 तक विकल्प होते हैं और दो विकल्प ऐसे थे, जो सही पाए गए।प्रोविजनल आंसर की में इन पांच सवालों के जो सही विकल्प दिए गए थे, उसके साथ- साथ एक और विकल्प भी सही पाया गया तो ऐसे में जिन कैंडिडेट्स ने दोनों विकल्पों में से किसी को भी चुना होगा, उनको उस सवाल के पूरे नंबर मिल जाएंगे। एनटीए के इंफर्मेशन बुलेटिन में दिए गए फॉर्मूले के आधार पर मार्किंग स्कीम दी जा रही है। बुलेटिन में भी कहा गया है कि अगर किसी सवाल का एक से ज्यादा विकल्प सही होते हैं तो दोनों विकल्पों को सही मानकर उनको चुनने वाले छात्रों को नंबर मिल जाएंगे। न्यूमैरिकल्स के 4 सवालों की आंसर की बदली:बताया जा रहा है कि दूसरे सेशन की परीक्षा में न्यूमैरिकल्स के चार सवाल ऐसे हैं, जिनकी आंसर key बदली जाएगी। यानी प्रोविजनल आंसर key में जो सही विकल्प दर्शाया गया था, उसके बदले दूसरे विकल्प को सही ठहराया गया है। इस तरह से फाइनल आंसर key में चार सवालों के विकल्प बदले जाएंगे। न्यूमैरिकल्स में एक वैल्यू लिखनी होती है। जैसे किसी सवाल की वैल्यू 34 आती है तो माइनस या प्लस 34 लिखने वालों को नंबर मिल जाएंगे लेकिन अगर कोई 35 वैल्यू लिखेगा तो यह सही नहीं होगा।एनटीए ने इस बार नकल करने वालों के खिलाफ बहुत सख्ती बरती है और 100 से ज्यादा नकल के मामले सामने आए हैं। इनका रिजल्ट रोका जाएगा। जालसाजी करने वाले भी करीब 14 कैंडिडेट पकड़े गए हैं। वहीं साथ ही इस बार सवालों की ट्रांसलेशन भी ठीक रही है और ट्रांसलेशन को लेकर कोई शिकायत नहीं आई है। कितने चैलेंज आए:2023 की परीक्षा में जहां 14461 चैलेंज आए, जिसमें से 1345 यूनीक चैलेंज थे। वहीं 2024 में 21996 चैलेंज हैं, जिसमें से 1255 यूनीक थे। 2025 के जेईई में 12 हजार चैलेंज आए हैं। इस बार सबसे कम चैलेंज आए हैं। ड्रॉप क्वेश्चन की संख्या पहले ज्यादा होती थी लेकिन अब पेपर सेटिंग की प्रक्रिया में होने वाली गड़बड़ी को काफी हद तक ठीक किया गया है।
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