नई दिल्ली: दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी ऐमजॉन पर 2.5 अरब डॉलर यानी करीब 2,21,80,87,70,750 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका की फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) ने कंपनी पर आरोप लगाया था कि उसने अपने ग्राहकों को धोखा देकर प्राइम सब्सक्रिप्शन बेचा। मामले को सुलझाने के लिए कंपनी पैसा भरने को तैयार हो गई है। जुर्माने की रकम में से 1.5 अरब डॉलर लगभग 3.5 करोड़ प्राइम ग्राहकों को मिलेंगे जबकि 1 बिलियन डॉलर एफटीसी के खाते में जाएंगे।
समझौते के तहत ऐमजॉन ने अपनी गलती नहीं मानी है। कोर्ट के कागजात के अनुसार जिन ग्राहकों ने 23 जून, 2019 और 23 जून, 2025 के बीच कुछ ऑफर्स के जरिए प्राइम सब्सक्रिप्शन लिया था और बाद में प्राइम के ज्यादा फायदे नहीं उठाए, उन्हें अपने आप 51 डॉलर मिलेंगे। समझौते के मुताबिक जिन ग्राहकों ने प्राइम सब्सक्रिप्शन कैंसिल करने की कोशिश की और वे उस दौरान सफल नहीं हो पाए, तो वे भी पैसे के लिए क्लेम कर सकते हैं। कंपनी ने कहा कि इस डील से उन्हें आगे बढ़ने और ग्राहकों पर ध्यान देने में मदद मिलेगी।
क्या है मामला?
समझौते के तहत ऐमजॉन को एक साफ और स्पष्ट बटन बनाना होगा जिससे ग्राहक प्राइम सब्सक्रिप्शन लेने से मना कर सकेंगे। साथ ही, कैंसिल करना भी आसान होगा। ऐमजॉन को सब्सक्रिप्शन लेते समय नियमों और शर्तों को भी साफ तौर पर बताना होगा। इसके अलावा एक स्वतंत्र सुपरवाइजर को भी नियुक्त करना होगा जो ये देखेगा कि ऐमजॉन नियमों का पालन कर रही है या नहीं।
कंपनी का कहना है कि समझौते में ज्यादातर वही बदलाव करने होंगे जो पहले से ही किए जा चुके हैं। नए बदलाव ज्यादा नहीं करने पड़ेंगे। FTC ने अपने मामले में आरोप लगाया था कि 2017 और 2022 के बीच ऐमजॉन के अधिकारियों ने उन बदलावों को नहीं माना जिनसे साइन-अप और कैंसिलेशन की प्रक्रिया आसान हो जाती। बाद में 2022 में कंपनी ने बदलाव किए जब FTC जांच कर रहा था। इसके बाद FTC ने ऐमजॉन पर मुकदमा किया था।
समझौते के तहत ऐमजॉन ने अपनी गलती नहीं मानी है। कोर्ट के कागजात के अनुसार जिन ग्राहकों ने 23 जून, 2019 और 23 जून, 2025 के बीच कुछ ऑफर्स के जरिए प्राइम सब्सक्रिप्शन लिया था और बाद में प्राइम के ज्यादा फायदे नहीं उठाए, उन्हें अपने आप 51 डॉलर मिलेंगे। समझौते के मुताबिक जिन ग्राहकों ने प्राइम सब्सक्रिप्शन कैंसिल करने की कोशिश की और वे उस दौरान सफल नहीं हो पाए, तो वे भी पैसे के लिए क्लेम कर सकते हैं। कंपनी ने कहा कि इस डील से उन्हें आगे बढ़ने और ग्राहकों पर ध्यान देने में मदद मिलेगी।
क्या है मामला?
समझौते के तहत ऐमजॉन को एक साफ और स्पष्ट बटन बनाना होगा जिससे ग्राहक प्राइम सब्सक्रिप्शन लेने से मना कर सकेंगे। साथ ही, कैंसिल करना भी आसान होगा। ऐमजॉन को सब्सक्रिप्शन लेते समय नियमों और शर्तों को भी साफ तौर पर बताना होगा। इसके अलावा एक स्वतंत्र सुपरवाइजर को भी नियुक्त करना होगा जो ये देखेगा कि ऐमजॉन नियमों का पालन कर रही है या नहीं।
कंपनी का कहना है कि समझौते में ज्यादातर वही बदलाव करने होंगे जो पहले से ही किए जा चुके हैं। नए बदलाव ज्यादा नहीं करने पड़ेंगे। FTC ने अपने मामले में आरोप लगाया था कि 2017 और 2022 के बीच ऐमजॉन के अधिकारियों ने उन बदलावों को नहीं माना जिनसे साइन-अप और कैंसिलेशन की प्रक्रिया आसान हो जाती। बाद में 2022 में कंपनी ने बदलाव किए जब FTC जांच कर रहा था। इसके बाद FTC ने ऐमजॉन पर मुकदमा किया था।
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