वॉशिंगटन: अमेरिका के कैलिफोर्निया में हुआ भीषण सड़क हादसा भारत में चर्चा में बना हुआ है। भारत से अवैध रूप से अमेरिका पहुंचे 21 वर्षीय जसनप्रीत सिंह ने अपने ट्रक से कम से कम नौ वाहनों को टक्कर मारी है। इससे तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और कई गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि सिंह नशे में था और उसने ब्रेक ही नहीं लगाते हुए गाड़ियों में टक्कर मारी। इस घटनाक्रम में एक्सपर्ट ने खालिस्तानी लिंक तलाशे हैं कि कैसे खालिस्तान समर्थक भारतीय युवाओं पर डोरे डाल रहे हैं।
न्यूज-18 की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कैलिफोर्निया हादसा चरमपंथी प्रचार और मानव तस्करी के साथ-साथ खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत पन्नू के नेटवर्क की भारतीय युवाओं को फंसाने की चालबाजी को दिखाता है। खुफिया अधिकारियों के अनुसार, प्रतिबंधित संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) का प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ऑनलाइन दुष्प्रचार के जरिए सिख युवाओं को व्यवस्थित रूप से निशाना बना रहा है।
पन्नू फैला रहा जालपन्नू अमेरिका में लगातार ऐसे वीडियो प्रसारित करता है, जिनमें दावा किया जाता है कि वहसिखों को अमेरिका और कनाडा मेंराजनीतिक शरण दिलाने में मदद करता है।पन्नू का नेटवर्क युवाओं को झूठे उत्पीड़न के दावे करने के लिए उकसाता है। ऐसा करते हुए वह उन्हें अपने खालिस्तानी आंदोलन में शामिल होने पर शरण और रोजगार का वादा करता है।
खुफिया रिपोर्टों से पता चलता है कि बेरोजगार सिख युवाओं को अमेरिका में मेक्सिको के रास्ते एंट्री के लिए मानव तस्करी एजेंटों को 20-30 लाख रुपए देने का लालच दिया जाता है। इसके बाद उनको आपराधिक गिरोहों में शामिल कर लिया जाता है। कई बार युवाओं को कानून या दूसरी तरह से मदद देकर भी खालिस्तानी नेटवर्क युवाओं से संपर्क साधा जाता है।
कैलिफोर्निया हादसे का लिंकभारतीय खुफिया एजेंसियों के अनुसार, कैलिफोर्निया ट्रक दुर्घटना इस बात का एक नमूना है कि खालिस्तानी नेटवर्क कैसे प्रवासन चैनलों का फायदा उठाते हैं। पन्नू की कार्यप्रणाली में वफादार भर्तियों के लिए शरण हासिल करने के लिए झूठे उत्पीड़न के दावों का इस्तेमाल किया जाता है। इन्हें बाद में हिंसक कृत्यों के लिए तैनात किया जाता है।
एसएफजे का ऑनलाइन इकोसिस्टम सोशल मीडिया प्रचार से संचालित इन लोगों को विदेश में बसने के बाद भी भावनात्मक रूप से मुद्दे से जोड़े रखता है। एक वरिष्ठ खुफिया सूत्र का कहना है कि यह सिर्फ आव्रजन विफलता का मामला नहीं है। यह प्रचार, हताशा और छल के जरिए भारतीय युवाओं का व्यवस्थित रूप से ब्रेनवॉश करने का मामला है।
एक्सपर्ट चेतावनी देते हुए कहते हैं कि कैलिफोर्निया फ्रीवे पर हुई दुखद मौतें सिर्फ एक दुर्घटना से कहीं ज्यादा हैं। ये इस बात की भयावह याद दिलाती हैं कि कैसे चरमपंथी नेटवर्क कमजोरियों का फायदा उठाते हैं और बेहतर जिदगी के सपनों को विनाश के हथियार में बदल देते हैं। इस पर रोक नहीं लगी तो भविष्य में यह और खतरनाक हो सकता है।
न्यूज-18 की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कैलिफोर्निया हादसा चरमपंथी प्रचार और मानव तस्करी के साथ-साथ खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत पन्नू के नेटवर्क की भारतीय युवाओं को फंसाने की चालबाजी को दिखाता है। खुफिया अधिकारियों के अनुसार, प्रतिबंधित संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) का प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ऑनलाइन दुष्प्रचार के जरिए सिख युवाओं को व्यवस्थित रूप से निशाना बना रहा है।
पन्नू फैला रहा जालपन्नू अमेरिका में लगातार ऐसे वीडियो प्रसारित करता है, जिनमें दावा किया जाता है कि वहसिखों को अमेरिका और कनाडा मेंराजनीतिक शरण दिलाने में मदद करता है।पन्नू का नेटवर्क युवाओं को झूठे उत्पीड़न के दावे करने के लिए उकसाता है। ऐसा करते हुए वह उन्हें अपने खालिस्तानी आंदोलन में शामिल होने पर शरण और रोजगार का वादा करता है।
खुफिया रिपोर्टों से पता चलता है कि बेरोजगार सिख युवाओं को अमेरिका में मेक्सिको के रास्ते एंट्री के लिए मानव तस्करी एजेंटों को 20-30 लाख रुपए देने का लालच दिया जाता है। इसके बाद उनको आपराधिक गिरोहों में शामिल कर लिया जाता है। कई बार युवाओं को कानून या दूसरी तरह से मदद देकर भी खालिस्तानी नेटवर्क युवाओं से संपर्क साधा जाता है।
कैलिफोर्निया हादसे का लिंकभारतीय खुफिया एजेंसियों के अनुसार, कैलिफोर्निया ट्रक दुर्घटना इस बात का एक नमूना है कि खालिस्तानी नेटवर्क कैसे प्रवासन चैनलों का फायदा उठाते हैं। पन्नू की कार्यप्रणाली में वफादार भर्तियों के लिए शरण हासिल करने के लिए झूठे उत्पीड़न के दावों का इस्तेमाल किया जाता है। इन्हें बाद में हिंसक कृत्यों के लिए तैनात किया जाता है।
एसएफजे का ऑनलाइन इकोसिस्टम सोशल मीडिया प्रचार से संचालित इन लोगों को विदेश में बसने के बाद भी भावनात्मक रूप से मुद्दे से जोड़े रखता है। एक वरिष्ठ खुफिया सूत्र का कहना है कि यह सिर्फ आव्रजन विफलता का मामला नहीं है। यह प्रचार, हताशा और छल के जरिए भारतीय युवाओं का व्यवस्थित रूप से ब्रेनवॉश करने का मामला है।
एक्सपर्ट चेतावनी देते हुए कहते हैं कि कैलिफोर्निया फ्रीवे पर हुई दुखद मौतें सिर्फ एक दुर्घटना से कहीं ज्यादा हैं। ये इस बात की भयावह याद दिलाती हैं कि कैसे चरमपंथी नेटवर्क कमजोरियों का फायदा उठाते हैं और बेहतर जिदगी के सपनों को विनाश के हथियार में बदल देते हैं। इस पर रोक नहीं लगी तो भविष्य में यह और खतरनाक हो सकता है।
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