कोलकाता, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा कथित तौर पर अपनी ही पार्टी की एक महिला सांसद का अपमान करने और सांसद कीर्ति आजाद से उलझने का मामला तूल पकड़ चुका है। इस मामले पर भाजपा नेताओं ने कल्याण बनर्जी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
भाजपा नेता लॉकेट चटर्जी ने कहा कि कल्याण बनर्जी द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप में महिला सांसद का अपमान किया गया और गंदे शब्दों का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा, "अगर एक सांसद इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करता है, तो यह जनता के लिए एक बड़ा सवाल है। जनता उन्हें कैसे वोट दे सकती है? जब वे सामने अच्छे कपड़े पहनकर हाथ जोड़कर वोट मांगते हैं, तो उनके भीतर इस तरह की भाषा की क्या वजह हो सकती है?" चटर्जी ने कहा कि टीएमसी के सांसदों के बीच इस तरह के विवाद खुलकर सामने आ रहे हैं, और जनता इसका जवाब 2026 के चुनाव में देगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी की हालत अब इतनी खराब हो चुकी है कि सांसदों के आपसी विवाद सार्वजनिक हो रहे हैं।
भाजपा नेता और विधायक शंकर घोष ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें कल्याण बनर्जी पर प्रतिक्रिया देना पसंद नहीं है, क्योंकि वे "तृतीय श्रेणी" के आदमी हैं। उन्होंने कहा, "उनकी भाषा और व्यवहार से यह स्पष्ट है कि वह किस प्रकार के व्यक्ति हैं। पहले वह तृणमूल के अन्य नेताओं, जैसे सुवेंदु अधिकारी, और भाजपा के लोगों के खिलाफ गाली-गलौज करते थे। अब उनकी असलियत सामने आ रही है।" घोष ने यह भी आरोप लगाया कि कल्याण बनर्जी ने कीर्ति आजाद को निशाना बनाया, क्योंकि वह तृणमूल के लिए केवल "एंटी हिंदू" नहीं, बल्कि "एंटी हिंदी भाषी" भी हैं। उन्होंने यह सवाल उठाया कि एक पार्टी के महिला सांसद के साथ इस तरह का व्यवहार कैसे किया जा सकता है और यह दर्शाता है कि कल्याण बनर्जी महिलाओं के प्रति कितना खराब नजरिया रखते हैं।
बता दें कि 4 अप्रैल को चुनाव आयोग के दफ्तर में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के दो लोकसभा सांसदों के बीच कथित रूप से जोरदार बहस हो गई। यह बहस अब सार्वजनिक हो चुकी है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आईटी सेल प्रमुख और पश्चिम बंगाल के लिए पार्टी के पर्यवेक्षक अमित मालवीय ने इस बहस के वीडियो क्लिप्स सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर साझा किए हैं। वीडियो में टीएमसी के वरिष्ठ सांसद और कोलकाता हाई कोर्ट के वकील कल्याण बनर्जी और क्रिकेटर से राजनेता बने कीर्ति आजाद के बीच विवाद देखा जा सकता है।
मालवीय ने यह भी कहा कि 4 अप्रैल 2025 को चुनाव आयोग में टीएमसी के दो सांसदों के बीच सार्वजनिक झगड़े के तुरंत बाद नाराज सांसद ने 'वर्सेटाइल इंटरनेशनल लेडी (वीआई)' के खिलाफ अपमानजनक बातें कहीं। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि "वर्सेटाइल इंटरनेशनल लेडी" से उनका इशारा किसकी ओर था।
वीडियो में एक जगह कल्याण बनर्जी ऊंची आवाज में यह कहते सुने गए कि वे कोटे से सांसद नहीं बने हैं और न ही किसी और पार्टी से आकर टीएमसी में शामिल हुए हैं।
मालवीय ने एक और पोस्ट में इस विवाद के बारे में विस्तार से बताया। मालवीय ने कहा कि 4 अप्रैल को, तृणमूल कांग्रेस के दो लोकसभा सदस्यों ने चुनाव आयोग के मुख्यालय में सार्वजनिक रूप से झगड़ा किया था, जहां वे रिप्रजेंटेशन सबमिट करने गए थे।
पोस्ट के अनुसार, "ऐसा लगता है कि पार्टी ने अपने सांसदों को संसद कार्यालय में इकट्ठा होकर ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा था, ताकि वे चुनाव आयोग जा सकें। लेकिन ज्ञापन ले जाने वाले सांसद संसद की बैठक में नहीं गए और सीधे चुनाव आयोग चले गए। इससे सांसद एक-दूसरे नाराज हो गए, और जब वे आयोग में आमने-सामने आए, तो उन्होंने सवाल किया। इसके बाद दोनों के बीच जोरदार बहस हुई, और वे एक दूसरे पर चिल्लाने लगे। उनमें से एक ने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से हस्तक्षेप करने के लिए कहा। मामला तेजी से बढ़ गया और ममता बनर्जी तक पहुंच गया, जिन्होंने कथित तौर पर दोनों सांसदों को शांत रहने के लिए कहा।"
--आईएएनएस
पीएसएम/सीबीटी
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