पांच बार की आईपीएल चैंपियन मुंबई इंडियंस ने पिछले रविवार को रोमांचक मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स को 12 रनों से हरा दिया। लगातार चार मैच जीतने के बाद दिल्ली कैपिटल्स का विजय अभियान अरुण जेटली स्टेडियम में मुंबई के खिलाफ थम गया। यह इस आईपीएल सत्र में दिल्ली की पहली हार थी। हालाँकि, दिल्ली यह मैच आसानी से जीत सकती थी। वह तेजी से रन बना रहे थे और अपने लक्ष्य के करीब पहुंच रहे थे। लेकिन फिर एक गेंद ने पूरा मैच बदल दिया, दिल्ली कैपिटल्स जीतता हुआ मैच हार गया। मुंबई इंडियंस ने डीसी के जबड़े से जीत छीन ली। आइए, हम आपको बताते हैं कि कैसे एक गेंद इस मैच का टर्निंग प्वाइंट साबित हुई।
यह जादुई गेंद मैच का निर्णायक मोड़ बन गयी।
206 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए दिल्ली कैपिटल्स को पहली ही गेंद पर जैक फ्रेजर मैकगर्क के रूप में झटका लगा। लेकिन फिर, तीन साल बाद आईपीएल खेल रहे करुण नायर ने पारी की कमान संभाली। आते ही उन्होंने मुंबई इंडियंस की पिटाई शुरू कर दी। जसप्रीत बुमराह, ट्रेंट बोल्ट... किसी को भी नहीं छोड़ा गया। नायर और अभिषेक पोरेल ने 100 से अधिक रनों की साझेदारी की। 11 ओवर के बाद दिल्ली का स्कोर 128 रन था। यहां से जीत आसान लग रही थी।
लेकिन अगला ओवर न्यूजीलैंड के अनुभवी स्पिनर मिशेल सेंटनर ने फेंका, जिसने पूरा खेल बदल दिया। इस ओवर की तीसरी गेंद पर तेज गति से रन बना रहे करुण नायर ने शानदार चौका लगाया। लेकिन दूसरी ही गेंद पर सैंटनर ने करुण नायर को आउट कर दिया। सैंटनर ने ऐसी 'जादुई गेंद' फेंकी कि करुण नायर देखते रह गए। दरअसल, गेंद लैंड करने के बाद घूम गई और नायर पूरी लाइन से चूक गए, जिससे गेंद उनके ऑफ स्टंप पर जा लगी।
यह गेंद, या यूं कहें कि यह विकेट, मैच का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट था। इसके बाद दिल्ली के विकेट नियमित अंतराल पर गिरते रहे। कोई भी बल्लेबाज पिच पर टिक नहीं सका। दूसरी ओर, नायर अच्छे फॉर्म में दिख रहे थे। उनका आउट होना भी दिल्ली के लिए काफी महंगा साबित हुआ। यदि वह कुछ और ओवर तक टिके रहते तो शायद मैच का नतीजा कुछ और होता। करुण नायर का विकेट मैच का निर्णायक मोड़ था। नायर 40 गेंदों पर 5 छक्कों और 12 चौकों की मदद से 89 रन बनाकर आउट हुए।
You may also like
भारतीय महिला हाकी टीम में पूजा का चयन
ईडी ने की रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ, भाजपा ने कहा- कोई भी देश के कानून से ऊपर नहीं
दिल्ली सरकार ने बढ़ाई न्यूनतम मजदूरी, नई दरें एक अप्रैल से लागू
अटल समुदाय दिवस पर जीडीसी हीरानगर के छात्रों ने अटल टिंकरिंग लैब का दौरा किया
झारखंड कल्याण को छोड़ परिवार कल्याण पर सिमटा झामुमो महाधिवेशन : प्रतुल