केंद्रीय गृह मंत्रालय की तर्ज पर साइबर अपराध पर प्रभावी नियंत्रण और अपराधियों तक त्वरित पहुँच बनाने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश पुलिस ने साइबर क्राइम मिटिगेशन सेंटर की स्थापना की है। इसकी शुरुआत राजधानी भोपाल से की गई है।
मध्य प्रदेश पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि यह सेंटर आईटी और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों के सहयोग से काम करेगा और पुलिस कर्मियों को साइबर अपराधों की पहचान, रोकथाम और जाँच में प्रशिक्षित किया जाएगा। इस कदम का मकसद डिजिटल अपराधों पर त्वरित कार्रवाई करना और आम जनता को ऑनलाइन धोखाधड़ी, हैकिंग और अन्य साइबर अपराधों से सुरक्षित रखना है।
सेंटर में ट्रेनिंग कार्यक्रम, साइबर मॉनिटरिंग और डिजिटल फॉरेंसिक यूनिट शामिल हैं। अधिकारियों का कहना है कि इससे पुलिस अधिकारी साइबर अपराध की घटनाओं को जल्दी ट्रैक कर सकेंगे और अपराधियों तक पहुँचने में सक्षम होंगे।
विशेषज्ञों का कहना है कि डिजिटल युग में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में साइबर क्राइम मिटिगेशन सेंटर जैसे पहल से राज्य में अपराध नियंत्रण में मदद मिलेगी और आम लोगों को ऑनलाइन सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी। भोपाल पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी साइबर अपराध या ऑनलाइन धोखाधड़ी की सूचना तुरंत सेंटर को दें, ताकि अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जा सके।
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