भोपाल, 15 अप्रैल . गिद्ध संवर्धन एवं प्रजनन केन्द्र केरवा भोपाल से 06 गिद्धों (02 सफेद पीठ वाले गिद्ध (White-backed Vulture) एवं 04 लंबी चोंच वाले गिद्ध (Long-billed Vulture) को उनके प्राकृतिक रहवास हलाली डेम के वनक्षेत्र में रामकली गौशाला के पास बुधवार, 16 अप्रैल को प्रातः 07.30 बजे छोड़ा जाएगा. इन गिद्धों का प्रजनन गिद्ध संवर्धन एवं प्रजनन केन्द्र केरवा में कराया गया है. यह गिद्धों का पहला समूह है, जिसे केंद्र से छोड़ा जा रहा है. यह जानकारी जनसम्पर्क अधिकारी केके जोशी ने मंगलवार को दी.
उन्होंने बताया कि गिद्धों के चयन से पूर्व 08 अप्रैल को इनकी स्वास्थ्य जांच और मॉर्फोमेट्री की गई. शारीरिक जांच एवं रक्त नमूनों की जांच में पाया गया कि सभी गिद्ध स्वस्थ एवं छोड़े जाने के लिए उपयुक्त है. इसके बाद 12 अप्रैल को गिद्धों पर ऑर्निट्रक 25 सौर ऊर्जा चलित जीपीएस जीएसएम ट्रैकर (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया द्वारा प्रदान किए गए) लगाए गए हैं ताकि उनके आवागमन के पैटर्न और आवास उपयोग की निगरानी की जा सके.
सभी 06 गिद्धों को प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव), अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव), वन विहार राष्ट्रीय उद्यान के प्रतिनिधि, बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी मुम्बई (BNHS) के प्रतिनिधि, विश्व प्रकृति निधि भारत (WWF) के प्रतिनिधि, भोपाल वनमंडल, रायसेन वनमंडल एवं विदिशा वनमंडल के वन अधिकारी/कर्मचारी उपस्थिति में हलाली डेम के वनक्षेत्र में छोड़ा जाएगा. गिद्ध संवर्धन एवं प्रजनन केन्द्र केरवा भोपाल की स्थापना वर्ष 2014 में हुई थी एवं इसका संचालन बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी मुम्बई (BNHS) के सहयोग से किया जा रहा है. इन 06 गिद्धों को उनके रहवास में छोड़ने के बाद गिद्ध संवर्धन एवं प्रजनन केन्द्र केरवा भोपाल में वर्तमान में 34 सफेद पीठ वाले गिद्ध और 46 लंबी चोंच वाले गिद्ध उपलब्ध है.
तोमर
You may also like
Ultraviolette F77 Mach 2 Debuts in UK, Netherlands & Luxembourg: Marks Global Expansion
पनीर असली है या मिलावटी, मिनटों में ऐसे करें इसकी जांच, जरूर पढ़िये ☉
Nykaa Success Story: भारत में ब्यूटी और वेलनेस का सबसे बड़ा प्लेटफार्म कैसे बना?
रात को पैरों को सिर्फ 5 मिनट पानी मे डुबोएं, मधुमय किडनी समेत 36 बीमारियों को दूर भगाएं• ☉
राहुल गांधी सच की निडर आवाज बनकर भाजपा के हर षड्यंत्र का मुहंतोड़ जवाब देंगे: Dotasra