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पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझाई, बेटे ने ही की थी पिता की हत्या

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बांदा, 1 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . यूपी के जनपद बांदा में नरैनी थाना क्षेत्र के हड़हा गांव में चार दिन पहले हुई हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दी है. बेटे ने ही अपने पिता की गोली मारकर हत्या की थी. हत्या की वजह प्रॉपर्टी का लालच और पिता की पांचवीं शादी का डर बताया जा रहा है. पुलिस ने आरोपी बेटे और उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

हड़हा गांव निवासी मंसूर खान (45) अब तक चार शादियां कर चुके थे, लेकिन चारों पत्नियों की मौत हो चुकी थी. उनके परिवार में 22 वर्षीय बेटा माशूक खान, एक दिव्यांग बेटी और बहू शामिल हैं. माशूक की शादी महज आठ महीने पहले हुई थी. मंसूर ने परिवार की जिम्मेदारियों के साथ-साथ कई बार शादी करके रिश्तेदारी बढ़ाई, लेकिन इस बार पांचवीं शादी की तैयारी बेटे के गले नहीं उतरी.

पुलिस के मुताबिक, माशूक को शक था कि पिता शादी के बाद अपनी प्रॉपर्टी नई पत्नी के नाम कर देंगे. इससे उसकी हिस्सेदारी कम हो जाएगी. यही नहीं, माशूक ने बताया कि उसके दादा ने 6 बीघा जमीन उसके नाम की थी. लेकिन पिता ने शादी और घर बनवाने के नाम पर 4 बीघा जमीन 44 लाख रुपये में बेच दी थी, जिसमें से उसे सिर्फ 5 लाख रुपये मिले. इसके अलावा, घर भी आधा हिस्सा अपने कब्जे में ले लिया. पिता का यह रवैया बेटे को पहले से खल रहा था.

माशूक का कहना है कि पिता ने वादा किया था कि मरने से पहले 3 बीघा जमीन उसके नाम करेंगे. लेकिन उसे जानकारी मिली कि पिता पांचवीं शादी करने जा रहे हैं और उन्होंने होने वाली पत्नी से पहले ही पूरी संपत्ति उसके नाम करने का वादा कर दिया है. यही बात माशूक को नागवार गुजरी.

26 सितंबर की रात माशूक ने पिता के करीबी दोस्त इकबाल हुसैन (51) को भी अपने प्लान में शामिल कर लिया. इकबाल भी मंसूर से नाराज था, क्योंकि मंसूर ने उसे 7 बिस्वा जमीन बेचने का वादा किया था, लेकिन बेच नहीं रहा था. जमीन के लालच में इकबाल भी तैयार हो गया और उसने तमंचे की व्यवस्था कर दी.

रात करीब 1.30 बजे माशूक ने सोते समय अपने पिता पर गोली चला दी. पास के कमरे में मौजूद उसकी बहन ने आवाज सुनी, लेकिन उसे लगा कि कहीं पटाखा फूटा है, इसलिए उसने ध्यान नहीं दिया. सुबह जब मंसूर का खून से लथपथ शव बिस्तर पर मिला तो पूरे गांव में सनसनी फैल गई.

माशूक ने खुद ही पुलिस को पिता की हत्या की सूचना दी और थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. लेकिन जांच में पुलिस का शक उसी पर गहराता चला गया. हिरासत में लेकर जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो माशूक ने सारा जुर्म कबूल कर लिया. उसने इकबाल हुसैन की मदद से पिता की हत्या की बात स्वीकार की.

पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके पास से तमंचा समेत अन्य सामान बरामद किया है. फिलहाल दोनों को जेल भेज दिया गया है. इस संबंध में क्षेत्राधिकारी नरैनी कृष्णकांत त्रिपाठी ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए तीन टीम गठित की गई थी.

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(Udaipur Kiran) / अनिल सिंह

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