रांची, 27 अगस्त (Udaipur Kiran) । सेल और मेकॉन के कर्मचारियों और उनके परिवारजनों के तेलुगु सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन प्रगति ने बुधवार को मेकॉन कम्युनिटी हॉल, श्यामली में पारंपरिक उत्साह और पर्यावरण अनुकूल संदेश के साथ गणेश चतुर्थी मनाई।
कार्यक्रम की शुरुआत गणपति प्रतिष्ठा, वेद प्राणायाम और पूजा से हुई। मौके पर गणपति बप्पा मोरया के जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।प्रगति पिछले 42 वर्षों से श्रद्धापूर्वक गणेश चतुर्थी का आयोजन करती आ रही है और इस वर्ष 43वां गणेश उत्सव मनाया गया। संस्था हर बार केवल मिट्टी की मूर्तियों का उपयोग करती है, जिससे पर्यावरण संरक्षण और स्थायी उत्सव की परंपरा को आगे बढ़ाया जा सके। संगठन का उद्देश्य न केवल धार्मिक परंपराओं को संजोना है बल्कि गणेश चतुर्थी और उगादी जैसे त्योहारों के जरिए रांची में रहने वाले तेलुगु परिवारों के बीच सांस्कृतिक एकता को मजबूत करना भी है।
शाम में भजन, भक्ति गीत और आरती का आयोजन हुआ। इसके बाद पुलिहोरा (इमली चावल), दधोजनम (दही चावल), चेन्नागुलु और बूंदी के लड्डू सहित पारंपरिक प्रसाद भक्तों को वितरित किया गया। अंत में मिट्टी की मूर्ति का पास के तालाब में धूमधाम से विसर्जन किया गया, जो प्रकृति में लौटने और पर्यावरण अनुकूल उत्सव का प्रतीक बना। अनुष्ठान में बड़ी संख्या में मेकॉन सेल कर्मी और उनके परिजन मौजूद थे।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
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