गुवाहाटी, 26 अगस्त (Udaipur Kiran) । असम के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अशोक सिंघल ने आज दिसपुर स्थित लोक सेवा भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में अब सौ प्रतिशत आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है कि आम जनता को अस्पतालों में सभी जरूरी दवाएं आसानी से मिलें। इसके लिए अस्पतालों में दवा आपूर्ति व्यवस्था को तकनीक के माध्यम से और अधिक सुदृढ़ किया जा रहा है। वर्तमान में मेडिकल कॉलेजों में 352 तरह की दवाएं, जिला अस्पतालों में 261, उप–विभागीय अस्पतालों में 261, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 261, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 125 और उप–स्वास्थ्य केंद्रों में 30 प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि अगर किसी अस्पताल में दवाएं उपलब्ध नहीं होती हैं, तो लोग व्हाट्सएप नंबर 9864541430 पर इसकी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
सिंघल ने यह भी जानकारी दी कि पिछले दो महीनों में राज्य के दूरदराज इलाकों में 9 सी–सेक्शन (सिजेरियन ऑपरेशन) शुरू किए गए हैं और जल्द ही इनकी संख्या और बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही इस वर्ष के भीतर एफआरयू (फर्स्ट रेफरल यूनिट) की संख्या 100 तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि दुर्गम से सुगम योजना के तहत नव नियुक्त चिकित्सकों को राज्य के अंदरूनी इलाकों में एक वर्ष की अनिवार्य सेवा दी जा रही है, जिससे ग्रामीण जनता को बड़ी राहत मिल रही है।
एचआईवी मरीजों की बढ़ती संख्या पर पूछे गए सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि सरकार इस दिशा में जागरूकता अभियान चलाने और जरूरी कदम उठाने पर जोर दे रही है। उन्होंने कहा कि केवल सरकारी प्रयासों से इस बीमारी को रोका नहीं जा सकता, इसके लिए समाज को भी सक्रिय भूमिका निभानी होगी।
इस संवाददाता सम्मेलन में स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त सचिव डॉ. पी अशोक बाबू, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन असम के मिशन संचालक डॉ. लक्ष्मणन एस तथा कार्यकारी संचालक डॉ. मनोज कुमार चौधरी भी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
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