रांची, 29 जुलाई (Udaipur Kiran) । आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने कहा है कि हेमंत सरकार की प्राथमिकता शिक्षा में गुणात्मक सुधार करने की नहीं है, बल्कि राजनीतिक स्वार्थ के लिए राज्यपाल के अधिकारों पर प्रहार करना है। यह लोकतांत्रिक परंपराओं और संविधान की मूल भावना का अपमान है।
सुदेश ने यह बातें मंगलवार को पार्टी कार्यालय में आजसू छात्र संघ की ओर से आयोजित मिलन समारोह को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार ने युवाओं और छात्रों को ठगा है। राज्य में बेरोजगारी चरम पर है, नौकरियां सिर्फ कागजों पर हैं। सरकार की प्राथमिकता शराब की दुकानों का समय तय करना रह गया है।
उन्होंने कहा कि कुलपति का चयन अब सरकार करेगी, जो युवाओं के अधिकारों पर कुठाराघात है। इससे पूर्व जनजातीय सलाहकार परिषद के मामले में भी राज्यपाल के अधिकारों की कटौती की गई है, जबकि लोकतांत्रिक व्यवस्था में संविधान ने राज्यपाल को कुछ मामलों में विशेषाधिकार प्रदान किया है।
सुदेश ने कहा कि राज्य में स्थानीय नीति और नियोजन नीति के नाम पर झूठे वादों से जनता को गुमराह किया गया। भर्ती प्रक्रिया हो या नियुक्ति कैलेंडर, हर मोर्चे पर यह सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है। तीन महीने में कोई राशि नहीं खर्च नहीं की गई है और न ही योजनाओं पर कोई अमल किया जा रहा है।
वहीं पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर ने कहा कि पार्टी छात्रों, युवाओं और सभी वर्गों के लिए हमेशा संघर्ष करती रही है। हम सरकार के खिलाफ मजबूती से लड़ेंगे। हमारा लक्ष्य सामाजिक न्याय और समृद्ध झारखंड है।
वहीं कार्यक्रम में झारखंड छात्र मोर्चा के प्रताप सिंह के नेतृत्व में रांची, बोकारो, देवघर, चतरा और गिरिडीह जिलों से कई छात्रों ने आजसू की सदस्यता ली।
मौके पर पार्टी के दीपक महतो, संजय मेहता, बसंत महतो, कुमुद वर्मा, परवाज खान, ऋतुराज शाहदेव, ओम वर्मा, ज्योत्सना केरकेट्टा सहित अन्य उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
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