लखनऊ, 9 मई . मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर घेरते हुए कहा कि उसने इतनी बड़ी हिमाकत कर दी है कि अब वह अपने वजूद के लिए संघर्ष करता दिखाई देगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान का आतंकवादी चेहरा अब दुनिया के सामने बेनकाब हो चुका है.
मुख्यमंत्री योगी ने आज महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में पाकिस्तान पर यह टिप्पणी की. उन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों के हमले का जिक्र करते हुए कहा कि इस घटना के बाद हर भारतवासी ने पाकिस्तान को सबक सिखाने की ठान ली थी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी तीनों सेनाओं ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है. आज पाकिस्तान दुनिया में अलग-थलग पड़ चुका है और कराहता हुआ नजर आ रहा है.
मुख्यमंत्री योगी ने पाकिस्तान के बेशर्मीपूर्ण रवैये पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि भारत की कार्रवाई में मारे गए आतंकवादियों के जनाजे में पाकिस्तान के शीर्ष सैन्य अधिकारियों और राजनीतिज्ञों की मौजूदगी दुनिया की आंखें खोलने वाली है. यह साबित करता है कि पाकिस्तान न केवल आतंकवादियों को संरक्षण देता है, बल्कि सीधे तौर पर आतंकवाद में शामिल भी है. अब पाकिस्तान अपने वजूद के लिए जूझ रहा है.
मुख्यमंत्री ने देशवासियों से अपील की कि वे भारतीय सेनाओं का मनोबल बढ़ाएं और सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों से सावधान रहें. उन्होंने कहा कि हर भारतवासी की जिम्मेदारी है कि वह अपनी सेनाओं के साथ खड़े हों और शरारतपूर्ण कार्रवाइयों को बेनकाब करें. केंद्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन में हमें एकजुट होकर कार्य करना है. योगी ने जोर देकर कहा कि भारत हर हाल में विजयी है और रहेगा. मुख्यमंत्री ने पूरे उत्तर प्रदेश की ओर से भारतीय सेनाओं के साथ मजबूती से खड़े होने का संकल्प दोहराया.
मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताप की वीरता को याद करते हुए कहा कि उनकी जयंती आज के चुनौतीपूर्ण समय में नई प्रेरणा देती है. उन्होंने हल्दीघाटी की ऐतिहासिक लड़ाई का उल्लेख किया, जहां महाराणा ने वनवासियों और गिरिवासियों की सेना के साथ अकबर की विशाल सेना को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था. कार्यक्रम में विधान परिषद सदस्य राकेश सिंह और मानवेंद्र सिंह को चौराहे के सौंदर्यीकरण के लिए बधाई दी गई. उन्होंने कहा कि ये चौराहा महारणा प्रताप सिंह चौराहे के नाम से जाना जाएगा. मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि 1998 में उन्होंने ही इस चौराहे पर महाराणा प्रताप की मूर्ति स्थापना का प्रस्ताव दिया था. लखनऊ, गोरखपुर और प्रयागराज में तीन मूर्तियां स्थापित की गई थीं, जिनका उद्घाटन कल्याण सिंह और राजनाथ सिंह जैसे नेताओं ने किया था.
इस अवसर पर विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, स्वतंत्र देव सिंह, राकेश सचान, दयाशंकर सिंह के अलावा आचार्य शांतनु महाराज, मयंकेश्वर शरण सिंह, दिनेश प्रताप सिंह, सांसद बृजलाल, संजय सेठ, जय प्रताप सिंह, कार्यक्रम के संयोजक राकेश सिंह, मानवेन्द्र सिंह, संतोष सिंह, कौशल किशोर, दारा सिंह चौहान सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं गणमान्य नागरिक मौजूद रहे.
/ श.चन्द्र
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