भारतीय रसोई में चना एक साधारण लेकिन पौष्टिक खाद्य पदार्थ है, जिसके फायदे आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों में गूंजते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, सुबह खाली पेट भीगे चने खाने से कई गंभीर बीमारियां जड़ से खत्म हो सकती हैं। यह छोटा सा आहार न केवल शरीर को ताकत देता है, बल्कि स्वास्थ्य को भी कई तरह से बेहतर बनाता है। आइए, जानते हैं कि भीगे चने के सेवन से कौन सी बीमारियां दूर हो सकती हैं और इसे अपनी दिनचर्या में कैसे शामिल करें।
भीगे चने: पोषण का खजाना
चना प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और खनिजों का भंडार है। जब इसे रात भर पानी में भिगोया जाता है, तो इसके पोषक तत्व और सक्रिय हो जाते हैं, जिससे यह और भी फायदेमंद हो जाता है। आयुर्वेद में भीगे चने को सुपाच्य और बलवर्धक माना जाता है। सुबह खाली पेट इसका सेवन करने से पाचन तंत्र सक्रिय होता है और शरीर को दिनभर के लिए ऊर्जा मिलती है। यह सस्ता और आसानी से उपलब्ध होने वाला खाद्य पदार्थ कई गंभीर रोगों से लड़ने में मदद करता है।
मधुमेह पर नियंत्रण
मधुमेह आज के समय में एक आम लेकिन गंभीर समस्या है। भीगे चने में मौजूद कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स और उच्च फाइबर ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। यह इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाता है और भोजन के बाद शुगर स्पाइक को रोकता है। पोषण विशेषज्ञों के अनुसार, रोजाना सुबह एक मुट्ठी भीगे चने खाने से मधुमेह के मरीजों को अपने ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखने में मदद मिल सकती है। इसे गुड़ या शहद के साथ खाने से स्वाद और पोषण दोनों बढ़ते हैं।
हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा
हृदय रोग दुनिया भर में मौत का एक प्रमुख कारण हैं। भीगे चने में मौजूद फाइबर, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करते हैं और रक्तचाप को नियंत्रित रखते हैं। यह धमनियों में प्लाक जमने से रोकता है, जिससे दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा कम होता है। आयुर्वेद के अनुसार, भीगे चने रक्त प्रवाह को बेहतर बनाते हैं और हृदय को मजबूती देते हैं। रोजाना इसका सेवन हृदय को स्वस्थ और सक्रिय रखने का एक आसान उपाय है।
वजन घटाने में सहायक
अगर आप बढ़ते वजन से परेशान हैं, तो भीगे चने आपका सबसे अच्छा दोस्त बन सकते हैं। इनमें मौजूद प्रोटीन और फाइबर लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराते हैं, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती। यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और अतिरिक्त कैलोरी बर्न करने में मदद करता है। पोषण विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि सुबह भीगे चने खाने से वजन प्रबंधन आसान हो जाता है, खासकर जब इसे हल्के व्यायाम के साथ जोड़ा जाए।
पाचन तंत्र को मजबूती
पाचन संबंधी समस्याएं, जैसे कब्ज, गैस और अपच, आजकल आम हैं। भीगे चने में मौजूद फाइबर आंतों को स्वस्थ रखता है और मल त्याग को नियमित करता है। यह पेट में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है, जिससे पाचन तंत्र मजबूत होता है। आयुर्वेद में इसे पाचन अग्नि को प्रज्वलित करने वाला माना जाता है। रोजाना सुबह भीगे चने खाने से पेट हल्का रहता है और पाचन संबंधी समस्याएं कम होती हैं।
कैसे करें सेवन?
भीगे चने को अपनी दिनचर्या में शामिल करना बेहद आसान है। रात को एक मुट्ठी काले या सफेद चने पानी में भिगो दें। सुबह इसे अच्छे से धोकर खाली पेट खाएं। स्वाद के लिए इसमें थोड़ा गुड़, शहद या नींबू का रस मिला सकते हैं। इसे सलाद के रूप में या हल्के मसाले डालकर भी खाया जा सकता है। ध्यान रखें कि इसे ज्यादा मात्रा में न खाएं, क्योंकि इससे पेट में भारीपन हो सकता है।
सावधानी और सलाह
हालांकि भीगे चने के फायदे अनेक हैं, लेकिन कुछ लोगों को इसे खाने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए। जिन्हें पेट में गैस या अपच की समस्या रहती है, उन्हें छोटी मात्रा से शुरुआत करनी चाहिए। अगर आपको कोई पुरानी बीमारी है, तो डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से सलाह लेकर ही इसे अपनी डाइट में शामिल करें। इसके अलावा, चने को अच्छे से भिगोना और साफ करना जरूरी है, ताकि कोई हानिकारक बैक्टीरिया न रहे।
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