सोना धारण करने की 5 सावाधानियां:-
1. सोना बाएं हाथ में नहीं पहनना चाहिए। बाएं हाथ में सोना पहनने से परेशानियां शुरू हो सकती है।
2. पैरों में सोने की बिछियां या पायल नहीं पहनना चाहिए क्योंकि यह बृहस्पति की पवित्र धातु है। पैरों में पहनने से दांपत्य जीवन में परेशानी आती है।
3. सोने के साथ नकली आभूषण या लौहा न रखें। कुछ लोग सिक्के रख देते हैं तो यह भी उचित नहीं। ऐसा करने से बृहस्पति अशुभ होकर अपना शुभ प्रभाव देना छोड़ देता है।
4. सोने को सोते वक्त सिरहाने न रखें। बहुत से लोग अपनी अंगुठी या चैन निकालकर तकिये के नीचे रख देते हैं। इससे नींद संबंधी समस्या तो होगी ही साथ अन्य समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती है।
5. कमर में सोना धारण नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे आपका पाचन तंत्र खराब हो सकता है। पेट के अलावा गर्भाशय, यूट्रस आदि संबंधी समस्याएं भी हो सकती है।
6. सोने के साथ यदि नकली आभूषण या अन्य किसी धातु का आभूषण भी पहना रखा है तो यह बृहस्पति के प्रभाव को खराब कर देगा।
इन 7 लोगों को सोना नहीं पहनना चाहिए:-
1. वृषभ, मिथुन, कन्या और कुंभ लग्न के लिए सोना धारण करना उत्तम नहीं होता है। तुला और मकर लग्न के लोगों को सोना कम ही पहनना चाहिए। वृश्चिक और मीन लग्न के लोगों के लिए सोना पहनना मध्यम है।
2. जिनकी कुंडली में बृहस्पति खराब हो या किसी भी प्रकार से दूषित हो ऐसे लोगों को भी सोने के प्रयोग से बचना चाहिए।
3. जिन लोगों को पेट या मोटापे की समस्या हो उनको सोना धारण नहीं करना चाहिए।
4. जो लोग बहुत क्रोधी, वाचाल और व्यग्र (अधैर्य) हैं उनको सोना धारण नहीं करना चाहिए।
5. जो लोग लौहे का, कोयले का या शनि संबंधित किसी धातु का व्यापार करते हों उनको भी सोना धारण नहीं करना चाहिए।
6. जो महिलाएं गर्भवती हैं और जो महिलाएं वृद्ध हैं उनको भी सोना धारण नहीं करना चाहिए। थोड़ा बहुत सोना पहन सकते हैं लेकिन ज्यादा सोना पहनने से समस्याएं शुरू हो सकती है।
7. यदि आप शराब और मांसाहार का सेवन करते हैं तो आपको सोना धारण नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आप समस्याओं से घिर सकते हैं। कहते हैं कि सोना बृहस्पति की पवित्र धातु है और इसकी पवित्रता बनाए रखना जरूरी है।
सोना शरीर के किस अंग पर पहनने से क्या होगा?
1. गले में सोना पहनने का प्रभाव: गले में सोना पहने का अर्थ है कि आपका बृहस्पति ग्रह कुंडली के लग्न भाव में बैठ जाएगा या वहां का असर देगा। मतलब यह कि कुंडली में यदि बृहस्पति किसी भी भाव में है तो वह पहले भाव का असर देगा। ऐसे में यदि चौथे भाव में बैठकर बृहस्पति उच्च का हो रहा है तो वह लग्न में पहुंचकर सामान्य श्रेणी का हो जाएगा।
2. हाथ में सोना पहने का प्रभाव: हाथ में सोना पहनने का अर्थ है कि आपके पराक्रम अर्थात तीसरे भाव में बृहस्पति सक्रिय भूमिका में रहेगा। हाथ में चाहें अंगुठी या कड़े के रूप में पहने।
सोना पहने के नुकसान: सोना पहनने से करियर में तरक्की रुक सकती है, सेहत खराब रह सकती है, धन संबंधी परेशानी हो सकती है, मानसिक तनाव हो सकता है, सांस संबंधी समस्या हो सकती है, किडनी की समस्या हो सकती है, बात-बात पर गुस्सा आ सकता है, वासना में जीवन जीने का जोखम रहता है और पेट, गर्भाशय, यूट्रस की दिक्कत हो सकती है।
सोना पहने के फायदे: सोना धारण करन से सम्मान और राज पक्ष से सहयोग मिलता है। तर्जनी अंगुली में पहने से एकाग्रता बढ़ती है। दांपत्य जीवन को खुशहाल बनाना चाहते हैं तो गले में सोने की चैन पहनें।यदि संतान नहीं हो रही है तो अनामिका अंगुली में सोना धारण करना चाहिए। सोना ऊर्जा और गर्मी दोनों ही पैदा करता है साथ ही यह विष के प्रभाव को दूर भी करता है। अगर सर्दी जुकाम या सांस की बीमारी हो तो कनिष्ठा अंगुली में सोना धारण करें।
यदि आप दुबले हैं तो आपको सोना पहनना चाहिए। सोना धारण करने से गले, कान, हाथ, पैर और छाती का दर्द समाप्त हो जाता है।कहते हैं कि सोना सोने को अपनी ओर आकर्षीत करता है इसलिए गले में सोना धारण करें।
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